प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 8 वर्षों में 4 लाख मेगावाट बिजली का हो रहा उत्पादन -गोविंद सिंह ठाकुर
कहा-डबल इंजन की सरकारें विभिन्न योजनाओं से दे रही कई तोहफे
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है अमेरिका की इसी कड़ी में कुल्लू जिला में भी विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के सौजन्य से अलसर्तन के सभागार में उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य कार्यक्रम का आयोजन बिजली विभाग के द्वारा किया गया है कि 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की बागडोर संभाली थी उसके बाद अनेक क्षेत्रों में तेजी के साथ विकास को आगे बढ़ा है उन्होंने कहा कि बिजली के क्षेत्र में भी जहां 2014 से पहले ढाई लाख मेगा वाट बिजली का उत्पादन होता था । उसके बाद 8 वर्षों में डेढ़ लाख मेगावाट बिजली का उत्पादन बढ़ाया गया जिसमें आज देश में 4 लाख मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है ।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में बिजली की समस्या के समाधान के लिए वन नेशन वन ग्रेड कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार के विकास कार्य किए हैं उन्हें कहा कि आज बिजली के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की स्कीमों के तहत उपभोक्ताओं को लाभ दिया जा रहा है जिसमें सौभाग्य योजना दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना से लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश के 12 लाख उपभोक्ताओं को 125 यूनिट बिजली फ्री दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बिजली के उत्पादन में हिमाचल प्रदेश सर प्लस स्टेट है ऐसे में प्रदेश की जनता को सरकार ने श्री बिजली का तोहफा दिया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ अन्य लोगों ने भाग लिया है। प्रधानमंत्री कुसुम सोलर सिंचाई योजना के लाभार्थी तेजा सिंह ने बताया कि सरकार की तरफ से भू संरक्षण विभाग के कार्यालय से इस योजना के बारे में जानकारी दी गई जिसके बाद 10 हॉर्स पावर तक सोलर पंप से 100 मीटर ऊंचाई तक पानी पहुंचाने की योजना है उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत केंद्र सरकार की 50% और प्रदेश सरकार की 35% सब्सिडी का प्रावधान है जिसमें लाभार्थी को 15% शेयर भरना है। उन्होंने कहा कि 5 लाख रुपये के स्कीम में 71 हजार रुपये राशि जमा की जिसके बाद साढ़े 5 लाख की स्कीम का फायदा मिला है उन्होंने कहा कि इस योजना से उनके 13 बीघा भूमि पर सिंचाई के लिए जल उपलब्ध हुआ है जिसके बाद नगदी फसलों से आर्थिकी सुदृढ़ कर रहा है।