कुल्लू ज़िला के दो निवासियों से पुणे रेलवे पुलिस ने बरामद की 34 किलो 400 ग्राम चरस, गिरफ़्तार
कुल्लू ज़िला के निवासी ललित कुमार व कौल सिंह से पुणे रेलवे पुलिस ने बरामद की 34 किलो 400 ग्राम चरस, गिरफ़्तार :
पुणे रेलवे पुलिस ने कुल्लू ज़िला से संबंध रखने वाले ललित कुमार 49 वर्ष आयु और कौल सिंह 41 वर्ष आयु से 34 किलो 400 ग्राम चरस बरामद करने में कामयाबी हासिल की है, प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों आरोपी कुल्लू ज़िला से संबंध रखते हैं, जहां एक आरोपी ललित कुमार पुत्र दयानंद शर्मा कुल्लू ज़िला मुख्यालय के साथ लगते शमशी क्षेत्र का निवासी है वहीं दूसरा आरोपी कौल सिंह पुत्र रूप सिंह ज़िला के रायसन क्षेत्र के बंदरोल गांव का स्थाई निवासी है और दोनों आरोपी वॉल्वो बस संचालक हैं ।
वहीं इतनी बड़ी खेप कुल्लू ज़िला से बाहर व दूसरे राज्यों तक पहुंचाने के चलते स्थानीय पुलिस प्रशासन भी हैरत में पड़ गया है । विभाग की इतनी सक्रियता के बाबजुद इतनी बड़ी खेप जिला से बाहर कैसे निकली ।
रेलवे पुलिस विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार दोनों गिरफ़्तार आरोपियों के कब्जे से बरामद 34 किलो 400 ग्राम चरस का मूल्य करीब एक करोड़ तीस लाख रुपए के करीब है और यह खेप आरोपियों द्वारा मुंबई, बैंगलोर, पुणे, गोवा के बड़े होटलों में नव वर्ष और 31 दिसंबर को होने वाली पार्टियों में पहुंचाई जानी थी जिसमें 22 किलो मुंबई, 5 किलो गोवा, 5 किलो बैंगलोर, 2 किलो 400 ग्राम पुणे सप्लाई करने की योजना थी, आरोपियों ने कबूल किया कि वे पहले भी मुंबई और पुणे में ड्रग्स सप्लाई कर चुके हैं ।
वहीं मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया और वाडिया ब्रिज के नीचे रात करीब 10:45 बजे दो लोगों को रंगे हाथ ड्रग्स बेचते हुए पकड़ा और उनकी निशानदेही पर आरोपियों के फ़्लैट से इतनी बड़ी चरस की खेप बरामद कर सफ़लता हासिल कर उक्त दोनों आरोपियों को गिरफ़्तार किया ।
लोहमार्ग पुलिस अधीक्षक सदानंद वायसे के साथी मौजूदा समय में हिमाचल पुलिस में सेवाएं दे रहे हैं जिन्होंने अपने बैचमेट से चरस तस्करी की संभावना जाहिर की तो गुप्त सूचना मिलने के तुरंत बाद क्राइम ब्रांच ने चरस की खेप को पकड़ने के लिए 4 टीमों का गठन किया था जिन्होंने लगातार सात दिनों तक दिल्ली व उत्तर भारत की तरफ़ से आने वाली प्रत्येक ट्रेन पर लगातार नज़र बनाए रखा था । जांच एजेंसी को यह भी पता चला है आने वाले कुछ दिनों में कि राज्य में अभी ड्रग्स की और खेप ट्रेन के माध्यम से पुणे व अन्य स्थानों पर पहुंचने वाली है जिस पर पुलिस लगातार नज़र बनाए रखे हुए है ।
पुलिस अधीक्षक सदानंद पाटिल ने बताया कि उत्तर भारत से पुणे और अन्य स्थानों पर आने वाली ट्रेनों की गहनता से जांच की जा रही है और हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में ऐसे कई मामलों का खुलासा होगा ।
इस कार्यवाही को अमल में लाने के लिए गठित टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कविता नेरकर – पावार, पुलिस इंस्पेक्टर मौला सय्यद, सुरेश सिंह गौड़, पुलिस कांस्टेबल संतोष लाखे, महेंद्र केन्द्रे, अशोक गायकवाड़, गंगाधर आईपर, रमेश शिंदे, श्रीकांत बोनाकटी और कसिलास जाधव शामिल थे ।