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भाजपा सरकार की नाकामियों के चलते नहीं बना भुंतर पुल 52 लाख की बजाय 10 करोड़ रूपये होंगे-सुंदर सिंह ठाकुर

कहा-भाजपा नेताओं के चहते ठेकेदार को आर्शीवाद के चलते विभिन्न विकासात्मक कार्यों ठप्प

प्रदेश सरकार के 5 बर्ष के कार्यकाल में कुल्लू के आममानस की हुई अनदेखी

भुंतर वैली ब्रिज पर यातायात की गंभीर समस्या पर कांग्रेस ने पुतला फूंकर जताया विरोध

न्यूज  मिशन

कुल्लू

कुल्लू  जिला के भुंतर तहसील के अंतर्गत भुंतर बैली ब्रिज क्रोसिंग के लिए ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्याओं को लेकर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के खिलाफ रोष रैली निकाली इस दौरान कांग्रेस ने भुंतर वैली ब्रिज की शवयात्रा निकाली इस दौरान सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रोष रैली में भाग लिया और प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के बरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं विधायक कुल्लू सुंदर सिंह ठाकुर ने कहाकि बिशेष रूप से शिरकत की और भुंतर मणिकर्ण चौक पर   भुंतर वैली ब्रिज का पुलता फूंका। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार को अनदेखी का आरोप लगाया।

वीओ- प्रदेश कांग्रेस कमेटी के बरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं विधायक सदर सुंदर ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार की नाकामियों केचलते पिछले 5 सालों में भुंतर डब्ललेन  वैली ब्रिज का निर्माण नहीं किया है।उन्होंने कहाकि बीते 2 साल पहले इस पुल को 3 माह के लिए बंद भी रखा गया और दलील दी गई कि इस पुल को दोबारा से निर्माण किया जाएगा  लेकिन उस दौरान भी इस पुल की मरम्मत की गई और इसे डबल लेना नहीं किया गया।उन्होंने कहाकि भाजपा सरकार ने कुल्लू के आमजनता कर अनदेखी की  जिसके चलते पिछले 5 सालो में भुंतर वैली ब्रिज पर मणिकर्ण घाटी,गड़सा घाटी,व भुंतर शहर के साथ 50  से अधिक पंचायत के लोगों हजारों लोगों के हर दिन जाम से घंटों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेताआकें के चहते ठेकेदारों की बजह से कुल्लू जिला के कई विकास कार्य ठप्प है और ऐसे में  एनएचएआई के द्वारा भी पहले एक निजी फर्म को 72 लाख रुपए में इसे डबल लेन बनाने का टेंडर दिया गया था। उसके बाद टेंडर को कैंसल किया गया और अब 72 लाख की बजाय इसकी लागत 10 करोड़ पहुंच गई है।उन्होंने कहाकि भाजपा सरकार ने जनता के पैसों और समय की बर्बादी की है। जिससे इस पुल के कारण मणिकर्ण घाटी के अलावा जाने वाले वाहन चालकों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ती है। मणिकर्ण घाटी,गड़सा घाटी,व भुंतर शहर के साथ 50  से अधिक पंचायतों लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने कहाकि आने बाले विधानसभा चुनावों में प्रदेश की जनता भाजपा को जवाब देंगी और प्रदेश कांग्रेस सरकार सत्तासीन होगी जितने भी विकास कार्य ठप्प पड़े उनको धरातल पर उतारा जाएगा।

गौर रहे कि बर्ष 1995 में व्यास नदी में बरसात में  भयंकर बाढ़ के कारण पुल का एक हिस्सा श्रतिग्र्रस्त हुआ था उसके बाद यहां पर मणिकरण व गडसा घाटी की ओर जाने के लिए एक बैली ब्रिज स्थापित किया गया। लेकिन सिग्गल लेन ब्रिज  होने के कारण यहां रोजाना लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में 1995 में कई सरकारें आई कई गई लेकिन पुल वैली ब्रिज को डबल लेन बनाने में सरकारों ने संजीदगी नहीं दिखाई नतीजा यह है इस पुल पर हजारों स्थानीय लोगों के साथ लाखों पर्यटकों को हर साल समर सीजन में घंटों जाम की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

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