देश में धर्मातरण के लिए सख्त कानून बनाए सरकार- विशाल नेगी
कहा-जबरन धर्मातरण करवाने शिक्षण संस्थानों को किया जाए बंद
न्यूज मिशन
कुल्लू
तमिलनाडू के तंजाबूर में क्रिश्चन मिशनरी सैंकिंड हार्ट उच्च विद्यालय में 17 वर्षीय लावण्य को जबरन धर्मातरण के मामले में अखिल भारतीय परिषद ने केंद्र सरकार से जल्द इंसाफ की मांग की है। इस मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 34 कार्यकर्ताओं को तमिलनाडू सरकार ने झूठे मामले दर्ज कर जेल में बंद किए है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुल्लू ने 34 कार्यकर्ताओं छोड़ने की सरकार से मांग की है अन्यथा देशभर में तमिलनाडू सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।यह बात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुल्लू ईकाई सचिव विशाल नेगी ने प्रेसबार्ता को संबोधित करते हुए कही। विशाल नेगी ने कहाकि देश में जबरन धर्मातरण को लेकर केंद्र व राज्य सरकार सख्त कानून बनाए और शिक्षण संस्थानों में धर्म परिवर्तन के मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।उन्होंने कहाकि जिस शिक्षण संस्थानों में धर्मातरण करने का कार्य किया जा रहा है उन शिक्षण संस्थानों को तुंरत प्रभाव से बंद किया जाए।उन्होंने कहाकि लावण्य के परिवार को तब तक इंसाफ नहीं मिलता है तब अखिल भारतीय विद्यार्थी अन्याय के का आंदोलन जारी रहेगा।उन्होंने कहा तमिलनाडू की डीएमके सरकार ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 34 कार्यकर्ताओं परर झूठे मामले बनाकर जेल में बंद किया है उनको रिहा किया जाए।उन्होंने कहाकि अखिल भारतीय विद्यार्थी अन्याय के खिलाफ निरंतर आंदोलन करती रही है ऐसे में आगे भी आंदोलन करने से नहीं कतराएगी।उन्होंने कहाकि छात्रा लावण्य के मामले में एबीवीपी ने पिछले कल भी धरना प्रदर्शन किया है और मंद्रास उच्च न्यायलय ने सीबीआई जांच के आदेश दिए है।जिससे सरकार सीबीआई जांच में सहयोग नहीं कर रही है।ऐसे में केंद्र सरकार को संज्ञान लेना चाहिए और गृहमंत्रालय को छात्रा लावण्य के परिवार को जल्द न्याय के लिए ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ईकाई सचिव् नितिन ठाकुर , उपाध्यक्ष सौरभ नेगी मौजूद रहे।