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बच्चों में इंटेसिव डायरिया और निमोनिया कंट्रोल प्रोग्राम के तहत डेथ कम करने का प्रयास-डॉक्टर नागराज पवार
कहा- आशा वर्कर और आंगनवाड़ी वर्कर घर-घर छोड़ेंगे 2 ओआरएस पैकेट और जिंक की 14 टैबलेट
जिलाभर के सभी स्वास्थ्य खंडो बल में आंगनवाड़ी आशा वर्कर बा स्कूल टीचरों को दी जा रही ट्रेनिंग
न्यूज मिशन
कुल्लू
प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रदेश भर में डायरिया और निमोनिया से जीरो से लेकर 5 वर्ष के बच्चों की डेथ कम करने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें आंगनवाड़ी आशा वर्कर बा विभिन्न स्कूलों की यदि आपको ने भाग लिया सीएमओ कुल्लू डॉक्टर नागराज पवार की अध्यक्षता में क्षेत्रीय स्तर कल्लू के सभागार में ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान विशेषज्ञों ने 0 से 5 साल के बच्चों को डायरिया और निमोनिया से होने वाली बीमारियों की रोकथाम को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी इस तुरंत विशेषज्ञ ने आशा वर्कर आंगनबाड़ी कर्मी सहित अध्यापकों को डायरिया और निमोनिया के लक्षण ऑन के प्रति जागरूक किया और डायरिया और निमोनिया की रोकथाम के लिए विभिन्न प्रकार की दवाइयां के उपयोग को लेकर भी जानकारी शेयर की
सीएमओ कुल्लू डॉक्टर नागराज पवार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रदेश भर मे आई डी पीसीएफ इंटेसिव डायरिया और निमोनिया कंट्रोल प्रोग्राम के तहत साल में 3 बार मनाया जाता है इसमें इस कार्यक्रम के तहत आशा वर्कर आंगनवाड़ी वर्कर और विभिन्न स्कूलों के अध्यापकों को सामूहिक तौर पर ट्रेनिंग करवाई जाती है उन्होंने कहा कि जीरो से लेकर 5 वर्ष के बच्चों में डायरिया और निमोनिया से डेथ कम हो इसके लिए इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाता है और डायरिया और निमोनिया से पीड़ित बच्चों को ट्रीटमेंट की जाती है उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल से लेकर सब सेंटर तक के सभी स्वास्थ्य केदो में इसकी स्टेटमेंट की जाती है उन्होंने कहा कि इसके अलावा आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर घर-घर जाकर 0 से 5 साल के बच्चों को वर्ष के दो पैकेट और 14 गोलियां जिंक छोड़ेगी ऐसे में उसे घर में अगर किसी बच्चे को डायरिया और निमोनिया है तो म दो पैकेट और जो है उसे घर में ओआरएस के पैकेट छोड़ेंगे,