मनाली के हरिपुर और नग्गर में धूम धाम के साथ मनाया गया बसंत पंचमी का त्यौहार
राधा कृष्ण व माध्व राय सैकड़ो श्रद्धालुओं ने लिया आर्शिवाद
न्यूज़ मिशन
कुल्लू
सृष्टि के रचयिता मनु ऋषि की मनाली के ऐतिहसिक नग्गर गांब में बर्फबारी के बीच ग्रामीणों ने बसंत उत्सव की प्रराची परंपरा का निवर्हन किया।भगवान राधा कृष्ण के प्राचीन मंदिर और भगवान माध्वराय के मंदिर में आज बसंत पंचमी का त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इस दौरान दोनों मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं राधा कृष्ण और माध्वरय के दर्शन कर आर्शीवाद लिया। । एक और जंहा हरिपुर में माध्व राय जी के दरबार में रथ यात्रा निकाल कर विधिवत पूजा अर्चना वंही दुसरी और नग्गर में स्थित राधा कृष्ण मंदिर में भी भारी बर्फबारी के मध्य लोग अपने भगवान के दर्शन के लिए पंहुचे और प्राचीन परम्पराओं का निर्वन करते हुए बंसत पंचमी को धूम धाम से मनाया गया। हरिपुर में जहां माध्व राय जी को रथ में बैठाने के बाद विधिवत पूजा-अर्चना और आतरी करने के बाद रथ के चारों और 9 बार परिक्रमा की। इसके बाद जय श्रीराम के नारों से श्रद्धालुओं ने माध्व राय जी के रथ को खींचा इस दौरान समूची घाटी जय श्री राम से गूंज उठी। माध्व राय जी की रथयात्रा में आस्था का जनसैलाव उमंड़ा ।प्रतीक रूप में राम, लक्ष्मण, भरत और हनुमान भी इस मौके पर उपस्थित थे। हनुमान की भूमिका बैरागी समुदाय के एक व्यक्ति द्वारा निभाई जाती है। इस दोरान हरिपुर ओर नग्गर दोनों स्थनों पर राम और भरत का मिलाप भी देखने को मिला।बता दें कि जिस तरह कुल्लू जिला मुख्यालय में बंसत पँचमी का त्यौहर मनाया जाता है उसी तर्ज मनाली के हरिपुर व् नग्गर में भी बसंत पंचमी के त्यौहार को मनाया जाता है और उन सभी परम्पराओं का र्निवहन किया जाता है जो कुल्लू में भगवान रघुनाथ के दरबार मे निभाई जाती हैं। इस दौरान दिल्ली से नग्गर आई पर्यटक अनुप्रिया ने कहा कि आज उन्होनें बंसत पंचमी के अवसर पर नग्गर में स्थित राधा कृष्ण के मदिर में आकर उनका आर्शिवाद लिया और यंहा आकर वह काफी प्रसन्न् हैं ।उन्होने कहा कि यंहा पर आकर उन्हें पहली बार बंसत पंचमी के दौरान प्राचीन परम्पराओं को भी देखने का मौका मिला