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बंजार की तीर्थन घाटी के बंदल गांव में दर्जनों परिवार वेघर सर्दी में टैंटों जीवन यापन करने में भारी दिक्कतें-उदय शर्मा
कहा-सरकार वेघर लोगों को सर्दी से बचने के लिए करें स्थाई व्यवस्था
प्रभावितों ने उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग से लगाई गुहार ठंड से बचने के लिए उचित सुविधाएं
न्यूज मिशन
कुल्लू
कुल्लू जिला में बीते मानसून सीजन में भारी त्रासदी के बाद प्रभावित परिवारों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में बंजारा की तीर्थन घाटी के बंडल गांव में दर्जनों परिवार बेघर हुए हैं और सर्दी का मौसम शुरू होने से तिरपाल के टैंटों में जीवन यापन करने के लिए भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में एक तरफ आशियाने टूटने से छत छीन गई है वहीं भूस्खलन से 30 परिवारों की सैकड़ो वीघा भूमि भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुई है जिसके चलते ना तो घर बनाने के लिए जगह बची है और ना ही सर छुपाने के लिए घर ऐसे में प्रभावित परिवारों ने उपयुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग से सर्दी के मौसम में ठंड से बचने के लिए उचित व्यवस्था की मांग की है वही प्रभावित परिवारों ने मुआवजा राशि न मिलने पर भी उपायुक्त कुल्लू से जल्द मुआवजा देने का आग्रह किया है।
वीओ- प्रभावित उदय शर्मा ने कहा कि बीते मानसून में बंदल गांव में 30 परिवारों के घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं और जमीन भी भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुई है उन्होंने कहा कि ऐसे में उपायुक्त कुल्लू से समस्या के समाधान की मांग की। उन्होंने कहा कि भूगर्भ वैज्ञानिकों ने भी गांव में भूस्खलन का निरीक्षण किया है ऐसे में ग्रामीणों की सरकार प्रशासन से मांग है कि उसकी रिपोर्ट जल्द दी जाए कि क्या गांव में उसे भूमि पर मकान बनाना उचित है या जो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं उनको रिपेयर किया जा सकता है अन्यथा अगर उसे एरिया में मकान बनाने के लिए जगह ठीक नहीं है तो सरकार प्रशासन की तरफ से बेघर भूमिहीन लोगों को उचित जगह पर व्यवस्था की जाए ताकि जीवन यापन होसके।
प्रभावित बलिराम ने कहा कि तीर्थन घाटी के कोषों नाल गांव में भी भूस्खलन से 15 20 मकान को और जमीनों को नुकसान हुआ है उन्होंने कहा कि गांव के लोगों को अभी तक सरकार की तरफ से कोई भी मुआवजा नहीं मिला है ऐसे में उसे एरिया में घरों को सुरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं उन्होंने कहा कि भविष्य में भी गांव को बड़ी-बड़ी चट्टानों से नुकसान होने की संभावना है ऐसे में कई बेघर लोग टैंटों में रहने को मजबूर है उन्होंने कहा कि इस सर्दी के मौसम में टैंटों में रहना मुश्किल मुश्किल है ऐसे में सरकार प्रभावितों के लिए रहने की उचित व्यवस्था करें ।।
प्रभावित रमेश ने कहा कि तीर्थन घाटी के बंडल रूपा जानी कोशु नाला गांव में भारी बरसात के कारण पिछले दो माह पहले 30 से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है और कई घरों को बड़ी-बड़ी चट्टानों से नुकसान होने की संभावना है उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवार टैंटों को मजबूर है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सर्चि के बंदल कोशुनाला, पूरे गांव के भूस्खलन से 30 से अधिक मकानों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को सरकार की तरफ से टेंट मुहैया करवाए गए हैं लेकिन सर्दी के मौसम में टेंट में रहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि डीसी महोदय से मिलकर प्रभावित परिवारों को उचित व्यवस्था करने की मांग की है उन्होंने कहा कि भूगर्भ वैज्ञानिकों के द्वारा भी क्षेत्र का निरीक्षण किया गया है ऐसे में जल्द ग्रामीणों को उसे एरिया में घर बनाने के लिए सुरक्षित है या नहीं इसकी जानकारी भी दी जाए। रेखा की गांव के लगभग 30 से अधिक घरों को नुकसान हुआ है ऐसे में राजस्व विभाग के पटवारी के द्वारा मात्र दो दर्जन भर मकान का कैसे तैयार किया गया है लेकिन अन्य प्रभावित परिवारों को ना तो मुआवजा मिला है और ना ही उनके घरों का कोई कैसे बनाया गया है उन्होंने कहा कि ऐसे में उसे एरिया में फिलहाल घर निर्माण करना खतरे से खाली नहीं है हमने कहा कि ऐसे में सरकार बेघर लोगों के लिए सर्दी के मौसम में उचित सुविधा प्रदान की जाए ताकि सर्दी के मौसम में जीवन यापन करने के लिए उचित व्यवस्था हो।