राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के अंतर्गत छात्रों में गणित विज्ञान और तकनीक के प्रति प्रतिस्पर्धा की भावना हो रही जागृत -जीत राम
कहा- देश के 11 राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आजाद ने राष्ट्रीय आविष्कार अभियान की शुरुआत
देव शब्द के सभागार में समग्र शिक्षा अभियान के तहत एक दिवसीय हिम उत्सव का किया आयोजन
कुल्लू
कुल्लू जिला मुख्यालय देव सदन के सभागार में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जरड़ कुल्लू के द्वारा एक दिवसीय टैलेंट सर्च फीस्ट हिम उत्सव का आयोजन किया गया जिसमें जिला भर के 32 छात्र छात्राओं ने भाग लिया इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और लेखन प्रतियोगिता में भाग लिया समग्र शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा में गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा की भावना को जागृत करने के लिए शिक्षा विभाग के द्वारा प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिला शिक्षा एवं शिक्षण संस्थान के प्रिंसिपल एवं डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम ऑफिसर सुरेंद्र शर्मा ने विजेता उपविजेता छात्र छात्राओं को प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानितकिया।
वीओ- समग्र शिक्षा अभियान टैलेंट सर्च फीस्ट थीम उत्सव के जिला कोऑर्डिनेटर कमल शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग के द्वारा छात्र-छात्राओं के टैलेंट को उभारने के लिए टीम उत्सव का आयोजन किया गया है उन्होंने कहा कि समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत नई राष्ट्रीय नीति के तहत शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में हिम उत्सव के माध्यम से प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता लेखन प्रतियोगिता मैं जिला भर के 32 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के तहत छात्र छात्राओं को भविष्य में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सफल हो सके उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा एवं शिक्षण संस्थान जट के द्वारा विभिन्न प्रकार के के कार्यक्रमों के तहत बच्चों की प्रतिभा उभारने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
समग्र शिक्षा अभियान जिला शिक्षा एवं शिक्षण संस्थान कुल्लू राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के कोऑर्डिनेटर जीत राम राष्ट्रीय विश्व कहा कि राष्ट्रीय अविष्कार कोई अभियान के तहत प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया उन्होंने कहा कि छात्र छात्राएं कक्षा के बाहर दैनिक जीवन में गणित का उपयोग कैसे करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने की थी उन्होंने कहा कि इसके पीछे अध्याय यही था कि गणित विज्ञान और तकनीक एक विषय मात्र ना रहकर गणित विज्ञान तकनीक के फायदे आम जनता के जीवन में कैसे लिया जा सके उन्होंने कहा कि विज्ञान गणित के द्वारा प्रतिपादित सूत्र और सिद्धांतों के अंतर्गत चलते हैं और उसी तरह तकनीक उस सोच को मूर्त रूप देता है इसको छात्र-छात्राओं के जीवन में लाने के लिए विज्ञान के प्रति लगाव बनाने के लिए वैज्ञानिक दृष्टि से लैब किस प्रकार कार्य करती है उसको लेकर छात्र-छात्राओं को ज्ञान दिया गया उन्होंने कहा कि साइंस में गणित का क्या महत्व है इसको लेकर छात्राओं को विस्तार से बच्चों को जानकारी दी।