मुख्य संसदीय सचिव ऊर्जा पर्यटन एवं परिवहन ने आज कुल्लू जिला के राजकीय वरिष्ठ विद्यालय भून्तर में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की।
अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा के साथ- साथ, खेलों तथा अन्य गतिविधियों में भाग लेना भी महत्वपूर्ण है जिससे हमारा सर्वांगीण विकास होता है। उन्होंने कहा कि भून्तर स्कूल का इतिहास बहुत पुराना है प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गान्धी जैसी विभूतियां भी इस स्कूल में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि आज छात्रों को अपना लक्ष्य तय कर के अपनी दिशा तय करनी है। अपना भविष्य संवारना है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौर में सबसे अधिक नुकसान शिक्षा क्षेत्र को हुआ है। परन्तु सूचना प्रौद्योगिकी के युग मे आजकल इंटरनेट पर समस्त जानकारियां उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि हम सत्ता में सत्ता के लिए नहीं व्यवस्था परिवर्तन के लिए आये हैं। उन्होंने कहा किसरकार द्वारा कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा निश्चित करने के उद्देश्य से ओल्ड पेंशन लागू की गई है, अब सरकार को भी सभी के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि तबादलों का सिलसिला हम शुरू नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा ग्रहण करने में किसी को भी साधनों की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी ।उन्होंने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर के डे बोर्डिंग स्कूल, राजीव गांधी मॉडल स्कूल बनाये जाएंगे जोकि निशुल्क शिक्षा प्रदान करेंगे।उन्होंने सभी मेधावी छात्र छात्राओं को पुरस्कार वितरण किया। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गए। उन्होंने भून्तर स्कूल में सोलर प्लांट लगाने की की व्यवस्था करने का भी आश्वासन दिया।इस अवसर पर उप निदेशक उच्च शिक्षा शांतिलाल शर्मा, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा सुरजीत राव, दीप्ति पॉल,जिला परिषद सदस्य आशा ठाकुर एसएमसी अध्यक्ष सहित विभिन्न गण्य मान्य लोग उपस्थित रहे।