बेसहारा पशुओं की समस्या पर सरकार ने नहीं दिखाई संजीदगी -मंजू दीक्षित
कहा- हिमाचल सरकार जम्मू कश्मीर की तर्ज पर किसानों बागवानों की फंसलो का समर्थन मूल्य करे निर्धारित
न्यूज मिशन
कुल्लू
भारतीय किसान संघ की राष्ट्रीय प्रमुख मंजू दीक्षित ने कुल्लू में पत्रकार वार्ता करते हुए सरकार को हर मोर्चे घेरा। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान संघ ने सरकार को कई बार मांगपत्र दे चुकी है लेकिन उसके बाद भी सरकार और प्रशासन बेसहारा पशुओं को लेकर कोई समाधान नहीं कर पाया है।उन्होंने कहाकि गौ माता को सहारा देने के लिए संजीदगी नहीं दिखाई है। और बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे है। जिससे किसानों ,बागवानों की फसलों को नुक्सान पहुंचा रहा है। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर समय रहते बेसहारा पशु की समस्या को हल नहीं किया गया तो किसान संघ चुप नहीं रहने वाला है और के खिलाफ अपना मोर्चा खोलेगा।
मंजू दीक्षित ने कहा कि पशुओं में लंपी रोग भी बढ़ता जा रहा है लेकिन उसके समाधान के लिए भी बैक्सीनेशन उचित मात्रा में नहीं किया जा रहा है जिससे यह रोग नियंत्रित नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान संघ ने सरकार को 26 अगस्त को ज्ञापन सौंपा था लेकिन अभी तक इस पर कोई समाधान नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो समर्थन मूल्य सेब का तय किया है वह भी बहुत ही कम है। वर्तमान में प्रदेश में सेब का समर्थन मूल्य 10 रुपए 50 पैसे निर्धारित है। जबकि 12 रुपए 50 पैसे तो मंडियों तक सेब को पहुंचाने में लागत आती है ऐसे में समर्थन मूल्य घाटे का सौदा है। उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य किसानों वागवानों के लिए फायदेमंद होना चाहिए। किसान संघ ने मांग की है कि हिमाचल प्रदेश में भी जम्मू कश्मीर की तर्ज पर मिलना चाहिए।इस दौरान किसान संघ के हरिराम, ऋषि राज, उमेश, डिंपल ठाकुर, हेमा वर्मा मौजूद रहे।