बिलकिस बानो केस में 11 दरिन्द्रों की रिहाई रद्द कर फांसी की सजा दी जाए- ममता नेगी
कहा- पीड़ित परिवार को सरकार सरकारी नौकरी और घर का वादा निभाए
जनवादी महिला समिति की जिला महासचिव ममता नेगी ने कहा कि 2002 गुजरात दंगे गोधरा कांड हुआ था जिसमें बिलकिस बानो का परिवार के साथ सदस्यों की मौत हुई थी और बिलकिस बानो की 3 साल की बच्ची की भी हत्या की गई थी उन्होंने कहा कि 11 दरिंदों ने बिलकिस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार किया था। उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार से केंद्र और राज्य की सरकार ने 11 दरिंदों को जेल से रिहा किया है यह घटना शर्मसार है उन्होंने कहा कि जेल से 11 दरिन्द्रों को छोड़ने के बाद जिस प्रकार से उनका स्वागत तिलक लगाकर और हार पहना कर किया गया जैसे उन्होंने कोई बहादुरी का काम किया है उन्होंने कहा कि जनवादी महिला समिति इसकी घोर शब्दों में निंदा करती है ऐसे में जिस प्रकार से देश में अपराधियों को सरकार संरक्षण दे रही है वह दुर्भाग्यपूर्ण है उन्होंने कहा कि जनवादी महिला समिति की मांग है कि बिलकिस बानो के 11 दरिंदों को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार कह रही है कि 2014 में माफी कानून के तहत दोषियों को रिहा किया गया है उनका कि उस कानून में यह भी लिखा गया था हत्या और दुष्कर्म के मामले में एक से अधिक मामलों में या सीबीआई जांच के बाद अपराधियों को रिहा नहीं किया जा सकता उन्होंने कहा कि ऐसे में गुजरात सरकार ने ने 11 दरिंदों को रिहा किया है। उन्होंने कहा कि जनवादी महिला समिति की मांग है कि बिलकिस बानो के 11 दरिंदों को रिहाई रद्द की जाए और गुजरात सरकार दोषियों को फांसी की सजा दें उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस प्रकार से बिलकिस बानो के परिवार को सरकारी नौकरी, घर का जो वादा किया है वह जल्द मुहैया करवाए जाए।