लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी के राष्ट्रीय पड्डल पर आईएएस गुरहर्ष सिंह ने खोला हिमाचल खाता
कुल्लू के 24 वर्षीय गुरहर्ष सिंह ने फाऊडेशन ट्रेनिंग में राष्ट्रपति गोल्ड मेडल हासिल कर बढ़ाया प्रदेश सम्मान
पिता अवतार सिंह और माता हरजिंद्रकौर का सपना गुरहर्ष सिंह ईमानदारी के साथ देश सेवा में दें योगदान
न्यूज मिशन
कुल्लू
किसी ने सच कहा है कि मंजिल उन्ही को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है पंखो से कुछ नहीं होता हौंसलों से उड़ान भरी जाती है यह कहावत देश के युवा आईएएस ऑफिसर गुरहर्ष सिंह पर चरितार्थ होती है। बर्ष 2020-21 में कुल्लू जिला के शमशी के गुरहर्ष सिंह ने यूपीएसई में देशभर में 7 वाँ स्थान हासिल किया था । जिसके बाद गुरहर्ष सिंह ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी के राष्ट्रीय पड्डल पर वेस्ट ऑफिसर ट्रेनी राष्ट्रपति गोल्ड मेडल अवार्ड से हिमाचल का खाता खोलकर प्रदेश का नाम अंकित किया हैऔर राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल के गौरभाविंत किया है। युवा आईएएस गुरहर्ष के पिता अवसर सिंह ने कहाकि उनके बेटे गुरहर्ष ने 2021-22 में प्रदेश का नाम राष्ट्रीय पड्डल पर रोशन किया है। जिसमें आईएएस ऑफिसर के फाऊंडेशन ट्रेनिंग में गुरहर्ष सिंह को राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित किया है। जिसमें आईएएस ऑफिसर के फाऊंडेशन ट्रेनिंग में गुरहर्ष ने 4 गेल्ड मेडल हासिल किए है। ऐसे में गुरहर्ष सिंह प्रदेश का पहला आईएएस ऑफिसर है जिसका नाम लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी के बोर्ड में नाम अंकित किया है।उन्होने कहाकि प्रदेश के लिए यह गौरव की बात है कि उस अकादमी के बोर्ड में हिमाचल का खाता खुला है।उन्होंने कहाकि मुझे हिमाचल से प्रेम है ऐसे में हिमाचल का कोई भी युवा लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी के बोर्ड पर नाम अंकित करेगा उसको मैं 2 लाख रूपये का ईनाम दूंगा।उन्होंने कहाकि पंजाब के भी किसी भी आईएएस ऑफिसर ने उस बोर्ड पर अंकित नहीं है ऐसे में मुझे हैरानी है ।उन्होंने कहाकि हिमाचल के युवाओं को प्रशासनिक सेवाओं में आगे बढ़ने के लिए मेहनत करनी चाहिए। ताकि हिमाचल का नाम देश दुनियां में रोशन हो सके।उन्होंने कहाकि गुरहर्ष सिंह की प्रारंभिक से दसवीं तक की शिक्षा ओएलएस और ग्यारह और वाहरवीं की पढ़ाई केवीएस स्कूल से की है। जिसमें हिमाचल बोर्ड का टॉपर रहा है और उसके बाद ग्रेजुऐशन की डिग्री हिंदु कॉलेज दिल्ली से ली जिसके बाद आईआईटी रूड़की में पढ़ाई की जिसमें गेल्ड मेडल हासिल किया है। उन्होंने कहाकि सबसे बड़ा अवार्ड राष्ट्रपति अवार्ड है ।जिसमें बेस्ट ऑफिसर ट्रेनी राष्ट्रपति गोल्ड मेडल,रस्साकस्सी,त्रिप्पल जंप में गोल्ड मेडल हासिल कर हिमाचल को गौरवांभित किया है।उन्होंने कहाकि गुरहर्ष ने पढ़ाई के लिए कभी पैसे नहीं मागें और जितने पैसे उसकी जेब में डाले उससे गुजारा किया और पैसे की तरफ कभी ध्यान नहीं दिया।उन्होंने कहाकि परिवार का सपना है कि गुरहर्ष सिंह ईमानदारी के साथ देश के लोगों की सेवा करें।