केंद्र सरकार कर्मचारियों के भबिष्य को सुरक्षित करने के लिए ओल्ड पेंशन करें बहाल-प्रवीण कुमार
कहा-कोरोना काल में 18 माह से कर्मचारियों को नहीं मिला डीए
ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन के आहवान पर डाक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रक्रट कर नराजगी जाहिर की
न्यूज मिशन
कुल्लू
कुल्लू जिला मुख्यालय में डाक कर्मचारियों ने ओल्ड पेंशन स्कीम बहाल करने, 5 डे वीक व 18 माह से डीए का भुंगतन होने पर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया। मुख्य डाक कार्यलय ढालपुर में दर्जनों कर्मचारियों ने सरकार से सेवानिवृति के बाद भबिष्य को सुरक्षित करने के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम को जल्द बहाल करने की मांग की।
डाक कर्मी प्रवीण कुमार ने बताया कि ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन के द्वारा 2 दिन की हड़ताल थी। उन्होंने कहा कि यह मांग बहुत पुरानी है जो कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर है एनपीएस को बंद करने के लिए हड़ताल की है, उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुरानी पेंशन के तहत कर्मचारी को पेंशन दी जाती थी, उसी मांग को पुनः दोबारा से शुरू हो, पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए और सभी कर्मचारियों को पहले की तरह पुरानी पेंशन दी जाए। जिससे कि कर्मचारियों की रिटायर्ड लाइफ जो अच्छी तरह से व्यतीत हो। उन्होंने कहा कि नई पेंशन के तहत कर्मचारियों को रिटायर के बाद दो से ढाई हजार पे तक ही पेंशन मिल रही है। जिस से रिटायर कर्मचारियों को अपने परिवार का पालन पोषण करने में काफी समस्या होगी।ऐसे में कर्मचारी स्वास्थ्य और परिवार के पालन पोषण में किस प्रकार से इन पैसों से अपना गुजारा कर सकता है। इसीलिए दो दिवसीय हड़ताल की गई है। इसमें और ट्रेड यूनियन भी शामिल है, पुरानी पेंशन के साथ 5 डे ऑफ वीक एक मुद्दा है, साथ ही कोरोना महामारी के दौरान जो 2020 से डीए रोका गया था केंद्रीय सरकार के द्वारा, 18 महीने के लिए दिए फ्रीज कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि कोरोना कॉल में विधायकों व मंत्रियों ने किस प्रकार से अपनी सैलरी में इजाफा किया है। जो कर्मचारी 20से 30 हजार में अपना व अपने परिवार का गुजारा कर रहा है। तो कहीं ना कहीं यह कर्मचारियों को हताश करने की बात है और यह कहीं न कहीं भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा दे रहा है। सरकार पुरानी मांगों को लेकर अनदेखा कर रहा है। सरकार को याद दिलाने के लिए 2 दिन की हड़ताल की गई थी। अगर सरकार इन मांगों को नहीं मानती है तो वह पुने लंबी हड़ताल पर जाएंगे।