प्रदेश के 100 गांवों को प्राकृतिक खेती के रूप में किया जायेगा विकसित-वीरेंद्र कंवर
कहा-1.70 लाख किसानों को प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग
खेती खुशहाल किसान सम्मेलन का हुआ आगाज
न्यूज़ मिशन
कुल्लू
जिला ऊना के समूर में स्थित लता मंगेशकर कला केंद्र में प्राकृतिक खेती-खुशहाल योजना के तहत दो दिवसीय प्राकृतिक खेती महिला किसान सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। महिला किसान सम्मेलन में कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस दौरान जिला ऊना की लगभग 800 कृषक महिलाओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस सम्मेलन में कृषि विभाग के अधिकारीयों ने कृषक महिलाओं को प्राकृतिक खेती की विस्तार से जानकारी दी।
कृषक महिलाओं को प्राकृतिक खेती के प्रति आकर्षित करने के लिए ऊना जिला के समूर में स्थित लता मंगेशकर कला केंद्र में प्राकृतिक खेती-खुशहाल योजना के तहत दो दिवसीय प्राकृतिक खेती महिला किसान सम्मेलन का आगाज हुआ। इस अवसर पर कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए वहीँ कृषि विभाग के अधिकारीयों और करीब 800 कृषक महिलाएं भी सम्मेलन में मौजूद रही। इस दौरान कृषि विभाग के अधिकारीयों ने महिला कृषकों को प्राकृतिक खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी और महिलाओं से प्राकृतिक खेती को अपनाने का आहवान किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि वर्ष 2022-23 में 50 हज़ार एकड़ भूमि को प्राकृतिक खेती के तहत लाया जाएगा। जिसमें 50 हज़ार किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राकृति उत्पादों की खेती के लिए दिल्ली और प्रदेश के चयनित स्थानों पर बिक्री केंद्र भी खोेले जाएंगे। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश के 100 गांवों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्राकृतिक कृषि गांव के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा प्रदेश में लगभग 1.70 लाख किसानों को प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती न्यूनतम लागत, अधिक उपज, उच्च गुणवत्ता, स्वस्थ्य पर्यावरण के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती किसानों व बागवानों को समृद्ध एवं आय दोगुनी करने वाली है।