यूक्रेन से सुरक्षित घर पहुँचे मनाली के वैभव और विदिता गौतम
परिजनों ने केंद्र व प्रदेश सरकार का जताया आभार
न्यूज़ मिशन
कुल्लू
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विवाद के चलते हजारों भारतीय नागरिकों को ऑपरेशन गंगा के तहत स्वदेश वापिस लाया जा रहा है। कुल्लू ज़िला के मनाली उपमंडल के कटराई के भाई-बहन वीरवार को वैभव गौतम और विदिता गौतम सकुशल घर वापिस पहुँचे है। वैभव गौतम और विदित गौतम के पिता विवेक गौतम और माता विदुषी गौतम ने प्रदेश व केंद्र सरकार का आभार जताया है। वैभव और विदिता गौतम ने बताया कि वह यूक्रेन की नेशनल यूनिवर्सिटी उजहोरोड में एमबीबीएस कर रहे हैं। वहां हालात कीब और खारकीब जैसे नही थे। फिर भी उन्हें भय रहता था कि कहीं यहां भी हालात न बिगड़ जाए। शहर में हलचल उतनी अधिक नहीं थी लेकिन शाम को जब कर्फयू लग जाता था और सायरन बजते ही सभी विद्यार्थी डर जाते थे। उन्होंने कहा कि घर आने के लिए उन्हें काफी कठिनाइयां झेलनी पड़ी। उन्होने बताया कि शुरुआती समय मे हालात सामान्य रहे लेकिन धीरे धीरे एटीएम में लाइन लगने लगी और शाम के समय वह अपने कमरों मे ही रहते थे दोपहर को जब कुछ चहल पहल होती तो वह खाने पीने का सामान खरीदने के लिए बाहर निकते और फिर तुरंत वापिस आ जाते। उन्होंने बताया कि घर आने में उन्हें भारत सरकार की काफी मदद मिली। उन्होने कहा कि उन्हें घर आने के लिए पहले वह बुड़ापोस्ट पहुंचे। यहां से हंगरी जाने के लिए उन्हें करीब 22 घण्टे का इंतजार करना पड़ा। वह हंगरी से तुर्की होते हुए दिल्ली पहुंचे। उन्होंने कहा कि उनके शहर में बमबारी तो नही हो रही लेकिन कर्फ्यू होने से दिक्कते जरूर हुई। बार बार सायरन बजने से डर लगता था कि कहीं यहां भी बमबारी न हो जाए। वीरवार को दोनो सकुशल अपने घर पहुंचे।