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डी ए वी मौहल 201 हवन कुंडों का सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, गैर शिक्षकों ने स्वतंत्र रूप से यज्ञ एवं मंत्र उच्चारण किया

न्यूज़ मिशन
कुल्लू
महान समाज सुधारक आर्य समाज के संस्थापक और डी. ए. वी. के महान दिग्गज महर्षि दयानंद के नियमों को भावी पीढ़ी में अग्रसर करते हुए आज डी ए.वी. पब्लिक स्कूल मौहल, कुल्लू के परिसर में एक विशाल वैदिक यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें 201 हवन कुंडों का प्रयोग करते हुए विद्यालय के सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, गैर शिक्षकों ने स्वतंत्र रूप से यज्ञ एवं मंत्र उच्चारण किया। यज्ञ हवन के समय पूरा स्कूल परिसर वैदिक मंत्रों से गूंज उठा। पूरा वातावरण यज्ञ के पवित्र धुएँ से सुगंधित हो गया। सभी विद्यार्थियों में यज्ञ एवं मंत्र उच्चारण का उत्साह भरपूर देखने को मिला। श्रावण मास के अवसर पर प्रसाद के रूप में पूरे विद्यालय में खीर का वितरण किया गया।
अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य महोदया श्रीमती अंशु सूद जी ने इस विशाल यज्ञ के संपन्न होने पर विद्यालय के विद्यार्थियों और अध्यापकों को बधाई देते हुए कहा कि शास्त्रों के अनुसार यज्ञ की रचना सर्वप्रथम परमपिता ब्रह्मा ने की थी जिसका वर्णन वेदों में मिलता है और यज्ञ व वेद मंत्रों के उच्चारण द्वारा बुरी शक्ति के प्रभाव का अंत होता है तथा स्वास्थ्य, समृद्धि, सुख, शांति आदि अच्छे गुणों से हम लाभान्वित होते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह प्राचीन समय से चली आ रही ऐसी परंपरा है जिसका केवल आध्यात्मिक महत्व न होकर वैज्ञानिक लाभ भी है। वैज्ञानिकों ने अपनी प्रयोगशालाओं द्वारा सिद्ध कर दिया है कि वातावरण की शुद्धि का सर्वोत्तम उपाय यज्ञ है।

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