लहुसन की फसल में पीलापन आने से किसान हुए दुखी- संजीव कुमार
क्हा-कृषि विभाग खेतों का विजिट कर इसकी रोकथाम के बताए उपाय
न्यूज मिशन
कुल्लू
मौसम खुलते ही किसान बागबानों ने अपने खेतों की और रुख किया है। बागवान सेब के बगीचों का रुख कर गोबर और खाद डालने का कार्य निपटा रहे हैं। साथी पौधों की कांट छांट का अंजाम दिया जा रहा है। वही लहसुन की फसल में पीलापन आने से किसनो की फसल बर्बाद हो रही है किसानों ने कृषि विभाग से आग्रह किया है कि वे मौके पर पहुंच कर इस बीमारी का पता लगाएं और उन्हें रोकथाम के लिए सुझाव दें।
किसान मेहर चंद ने बताया बारिश और बर्फबारी फैसला पेड़ों के लिए के लिए बहुत बढ़िया हुई है। लहसुन में पीलापन आने का कारण कीड़े लगने से हुआ है। ऐसे में किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कीड़े लहसुन की जड़ों को काट रहे हैं। जिस कारण से लहसुन में पीलापन आ रहा है। उन्होंने कृषि विभाग से आग्रह किया है कि वह मौके का जायजा ले और मिट्टी की जांच की जाए और इसकी रोकथाम के लिए दवाई भी उपलब्ध करवाई जाए। जिसे किसान उसे दवाई का छिड़काव कर समय पर इस बीमारी को रोका जा सके और लहसुन में कोई और दूसरी बीमारी नहीं है। उन्होंने कहा कि बारिश और बर्फबारी किसानों के लिए वरदान बनकर आई है।
किसान संजीव कुमार ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से बर्फबारी हुई है जो कि किसानों के लिए वरदान साबित हुई है। उन्होंने कहा कि पेड़ों में कैंकर से निजात मिली है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से समय पर बर्फबारी होती रहेगी। जिस किसानों को संजीवनी मिलेगी और बारिश और बर्फबारी होने से जमीनों में नमी रहेगी और गर्मियों में भी में जून के माह में जमीन में नमी रहेगी और सुखे का अभाव नहीं रहेगा। साथ ही हमारे प्राकृतिक जलस्रोत में भी जल भराव रहेगा और गर्मियों मंे पानी की समस्या नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लहसुन में पीलापन की समस्या आ रही है। इससे किसान बहुत ही दुखी है। किसानों को बताया गया था कि कीटनाशक, कंटाफ, और यहां तक की कृषिविभाग के द्वारा शाइन नाम की दवाई स्प्रे कर चुके हैं लेकिन इन दवाइयांसे कोई प्रभाव लहसुन की फसल पर नहीं पड़ा। उन्होंने कृषि विभाग से आग्रह किया है की वे खेतों का निरीक्षण करें की बताएं कि कसानों को इसकी रोकथाम के लिए किस दवाईका छिड़काव करें और इसे कैसे बचाया जा सके। पीले पन की समस्या बढ़ती जा रही है जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है वैसे यह खेतों में बढ़ती जा रही है किसानों ने कृषिविभाग से आग्रह किया है कि वे खेतों का विजिट करें और इसकी रोकथाम क बारे में जानकारी दंे।