हैंडलूम को नए क्लेबर से मार्किट के हिसाब प्रोडेक्ट तैयार करने की जरूरत-सुंधाशु केके मिक्षा
कहा-हैंडलूम को बढ़ाने के लिए लोन की सुविधा से आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिया जा रहा सहयोग
कुल्लू के शमशी में राज्य स्तरीय बैठक मेंस्टेक होल्डरस ने दिए अपने अपने सुझाव
कुल्लू जिला के शमशी में नवार्ड के द्वारा हैंडलूम को मजबूती प्रदान करने के लिए स्टेट लेवल हैंडलूम स्टेकहोल्डर के लिए बैठक का आयोजन किया। जिसमें हैंडलूम और हैंडक्राफ्ट से जुडे़ हुए विभिन्न संस्थाओं के स्टेकहोल्डरस और संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। इस मीट में हैंडलूम को मजबूती प्रदान करने के लिए स्टेक होडलडर्स ने सुझाव दिए। इस मौके पर नवार्ड के चीफ जनरल मैनेजर डॉ. सुधांशु केके मिश्रा विशेष तौर पर मौजूद रहे।बैठक में भूट्टिकों विवर्ज सोसायटी के चैयरमैंन सत्य प्रकाश ठाकुर ने सहित अन्य होडलडर्स हैंडलूम को बढ़ाबा देने के लिए विभिन्न प्रकार के सुझाव दिए । जिसमें बुनकर्रो के लिए सस्ता लोन, डिजायनर वर्कशाप, मार्किंग के लिए देश भर में प्रदर्शनियों लगाई जाए और बुनकरों के राज्य सरकार और केंद्र सरकार की विभिन्न स्कीमें को लेकर जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाए ताकि जिसमें बुनकर्रो को विभिन्न् प्रकार की योजनाओं का लाभ मिल सके।इसके साथ साथ स्किल और फायनास के क्षेत्र में भी काम किया जा रहा है।इसके अलावा भुटि्टको के चैयरमैंन ठाकुर सत्य प्रकाश, जिला प्रबंधक नवार्ड रिषभ सिंह ठाकुर, एसिस्टेंट जनरल मैनेजर ठाकुर मनी नेगी, एनएचडीसी के एसएस शिंदे और हैंडलूम कारपोरेशन के संतोष शिंदे भी इस मौके पर मौजूद रहे।
नवार्ड के चीफ जनरल मैनेजर डॉ. सुधांशु केके मिश्रा कहा कि हथकरघा का धाग कबीर की भक्ति है और महात्मा गांधी के द्वारा आत्मनिर्भरता का संदेश दिया है।उन्होंने कहाकि हैंडलूम क्षेत्र इंडस्ट्री के तले पिट रहे हैं जिससे उभरने के लिए नए तेबर और क्लेबर में हैंडलूम को लाना होगा। जिसके लिए प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हैंडलूम को पिटने के और क्या क्या कारण है उसका भी पता लगाकर इस कमजोरी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
-भूट्टिकों विवर्ज सोसायटी के चैयरमैंन सत्य प्रकाश ठाकुर ने नवार्ड के द्वारा ट्रिप्पल एच का सलोगन दिया है होटल होल्टीक्ल्चर हैंडलूम वेस मान कर हैंडलूम को प्राथमिकता में लिया है।उन्होंने कहाकि नवार्ड के द्वारा बुनकरो के लिए लोन की सुविधाए प्रदान की जा रही है।उन्होंने कहाकि बुनकर्रो के लिए कार्यशाला, मार्किंग,लेबोट्ररी की जरूरतों को पूरा करना का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है।उन्होंने कहाकि हिमाचल प्रदेश में हैंडलूम सेक्टर में 1000 करोड़ रूपये की आर्थिकी की है। ऐसे में हैडंलूम क्षेत्र को बढ़ाबा देने से बेरोजगारी भी दूर होगी।