कुल्लू में पहली बार पहुँचे मंडी के देवता मार्कण्डेय ऋषि लुझागी, देवता घटोत्कच बागी
कुल्लू में पहली बार पहुँचे मंडी के देवता मार्कण्डेय ऋषि लुझागी, देवता घटोत्कच बागी
ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में सैंकड़ो हारियानों ने देवता संग डाली नाटी
न्यूज मिशन
कुल्लू
जिला मंडी में बाली चौकी तहसील पंचायत खलवाहण के देवता मार्कंडेय ऋषि लो झा जी और देवता घटोत्कच पहली बार निमंत्रण मिलनेकुल्लू पहुंचे। इस दौरान ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में देवता 1 घंटे तक देवता रुके जहां पर भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने भी हाजिरी भरी इस दौरान ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में महेश्वर सिंह सहित देवता के सैकड़ों हारियानों ने नाटी डाली।देवता मंडी के बाली चौकी से लाभ लश्कर के साथ सैकड़ो हारियान 6 दिनों की पैदल यात्रा कर कुल्लू पहुँचें।जहां पर शीशामाटी। में स्थानीय श्रद्धालु के निमंत्रण देवता कुल्लू पहुँचे है।देवता के कुल्लू पहुँचने पर माहौल धार्मिक हो गया जहां पर देवता के आए श्रद्धलुओं ने नाच गाकर रौनक लगाई।
भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने कहा कि पूरा हिमाचल देव भूमि है यहां पर हर गांव में देवी-देवताओं की प्राचीन परंपराओं का निर्वहन किया जाता है उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति अनूठी है और देव आस्था में जो प्रेम है। कुल्लू मंडी किन्नौर पहाड़ी क्षेत्र में देवताओं से जुड़े रपरंपराए निभाई जारी है।उन्होंने कहा कि देवता हमारे लिए पुरोहित, डॉक्टर व मित्र है।ऐसे में समय पर बारिश न् हो तो देवताओं से झगड़ा भी हम करते है। रेखा की मंडी संसदीय क्षेत्र में पूर्व में सांसद के नाते मंडी जिला के चयचोट क्षेत्र में पैदल यात्रा की है ऐसे में देवता के समक्ष हाजिरी भरी है और अपने लिए आर्शीवाद लिया है।उन्होंने कहा मंडी संसदीय क्षेत्र के लोगों का हमेशा प्यार मिला है।ऐसे में देवता का आशीर्वाद रहा तो देवता के मंदिर में भी हाजिरी भरूँगा।
देवता मार्कंडेय ऋषि के कमेटी सदस्य नारायण सिंह ने कहा कि देवता मार्कंडेय ऋषि और देवता गटोच कट मंडी जिला से कुल्लू पहली बार पहुंचे हैं और यहां पर किसी श्रद्धालु के द्वारा निमंत्रण दिया गया है जिसको लेकर देवता पूरे हरियाणा के साथ कुल्लू पहुंचा है यहां पर भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने भी हाजिरी भरी है उन्होंने कहा कि मंडी से पिछले 6 दिनों से चलकर कुल्लू पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि देवता मार्कंडेय ऋषि का मंडी जिला में सबसे बड़ी हारियान है ऐसे में सैकड़ों हारियानों के साथ देवता कुल्लू पहुंचे हैं जहां पर ब्रह्मभोज के बाद कल देवता वापस देवालिये लौटेंगे।