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इतिहास में पहली बार मंडी सराज के देवता शाटी नाग पहुंचे देवभूमि कुल्लू

भगवान रघुनाथ मंदिर में भरी हाजरी किया  रात्रि ठहराव 

देवता शाटी नाग के दर्शन कर श्रद्धालुओं ने लिया आशीर्वाद
देवता शाटी नाग के धार्मिक यात्रा से देवता के हारियानों में खुशी से झूमें
न्यूज मिशन
कुल्लू
मंडी जिला की सराज घाटी के आराध्य देवता देवता शाटी इतिहास में पहली बार देवभूमि कुल्लू  रविवार शाम को पहुँचे जहां पर भगवान रघुनाथ के मंदिर में हाजरी भरी। भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ी बरदार महेश्वर सिंह और कारदार  दानवेंद्र सिंह ने देवता शाटी नाग का भव्य स्वागत किया और देवता ने रात्रि ठहराव भी राजा रूपी पेलेस में किया। सोमवार सुबह देवता शाटी नाग ब्रह्मभोज के बाद वापिस अपने देवालय की यात्रा पर रवाना हुए इस दौरान देवता शाटी नाग के दर्शन के लिए जगह-जगह पर श्रद्धालुओं ने आशीर्वाद लिया।।
 देवता के हारियान देवराज शर्मा ने कहा कि सराज घाटी के आराध्य देवता शाटी नाग मंडी शिवरात्रि से कुल्लू के बदाह में आए थे और उसके बाद वहां पर देवता शाटी नाग भगवान रघुनाथ के मंदिर जाने के इच्छा जताई उन्होंने कहा कि उसके बाद श्रद्धालुओं ने देवता से वापस देवलिया जाने के लिए आग्रह किया लेकिन देवता नहीं माने और पिछले कल शाम को देवता भगवान रघुनाथ के मंदिर पहुंचे जहां पर भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने देवता के साथ आए सभी हारियानों के लिए रात्रि भोज का प्रबंध किया गया। इसके बाद आज सुबह ब्रह्म भोज के बाद देवता अब वापस अपने देवालय लौट रहे हैं उन्होंने कहा कि भगवान रघुनाथ के साथ देवता शाटी नाग का अटूट संबंध है और यह लक्ष्मण अवतार है और भगवन रघुनाथ राम अवतार है। भगवान रघुनाथ के मंदिर में मुख्य छड़ी अवतार महेश्वर सिंह के द्वारा भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि देवता शेट्टी नाग मंडी जिला के प्रधान देवता है और उनकी मान्यता बहुत ज्यादा है इसीलिए ही मंडी शिवरात्रि से देवता के साथ पुलिस की सिक्योरिटी साथ में है। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार देवता मंडी जिला से कुल्लू जिला में आए हैं और यहां पर भगवान रघुनाथ से मिलन हुआ है और उसके बाद अब देवालय वापस लौट रहे हैं।
देवता के कारकून कृष्ण लाल ने देवता शाटी नाग मंडी शिवरात्रि महोत्सव से भुंतर कुल्लू भगवान रघुनाथ के मंदिर में पहुंचे है और रात्रि ठहरा वही किया और सुबह ब्रह्म भोज कर देवता हारियानों के साथ अब आगे की यात्रा पर निकले हैं जहां पर जगह-जगह देव धार्मिक कार्य होंगे और उसके बाद देवता अपने दिवाली लौटेंगे उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली बार है कि देवता शाटी नाग कुल्लू रघुनाथ मंदिर में आए हैं उन्होंने कहा कि मुख्य छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने देव धार्मिक कार्य किए है।

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