अन्यकुल्लूबड़ी खबरहिमाचल प्रदेश

बाली चौकी के 29 वर्षीय छपेंद्र की दवाइयों में कार सेवा दल ने किया सहयोग

किडनी ट्रांसप्लांट के लिए 35 लाख के कर्जे में डूबे पिता धरमदास

हर महीने आता है ₹15000 का खर्चा

न्यूज़ मिशन

कुल्लू

धर्मदास बाली चौकी तहसील जिला मंडी के निवासी हैं इनके परिवार में इनके दो पुत्र एक 29 वर्षीय छपेंद्र दूसरा अक्षय कुमार 20 साल तथा पत्नी के साथ रहते हैं इनके 29 वर्षीय पुत्र छपेंद्र को किडनी मे समस्या है जो कि पिछले 9 साल से चली आ रही है धर्म दास एक किसान परिवार से हैं जमीन भी थोड़ी है पुत्र की किडनी के इलाज काफी समय से पीजीआई में चल रहा है किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका है किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद 2 साल तक ही पीजीआई में रहे इसके बाद भी इन्हें हर महीने पीजीआई जाना पड़ता था बेटे के चेकअप के लिए इनका लगभग 2013 से 2022 तक का खर्चा 40 लाख के आस पास हो चुका है ट्रांसप्लांट के समय केवल तीन लाख की धनराशि हिमाचल प्रदेश सरकार की तरफ से किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मिली 2019 में 24 जुलाई को पीजीआई में ही ओ पॉजिटिव किडनी का इंतजाम हुआ और पीजीआई के अनुभवी डॉक्टरों द्वारा ऑपरेशन करके किडनी ट्रांसप्लांट की गई परिवार में आई संकट की इस घड़ी में उनके रिश्तेदारों और गांव के लोगों तथा पंचायत द्वारा भी मदद दी गई परंतु बीमारी ज्यादा समय से चल रही अब ट्रांसप्लांट के बाद भी इस पुत्र की हर महीने दवाई टेस्ट में तकरीबन ₹15000 का खर्चा है जो कि धर्मदास जी अब उठाना बहुत ही मुश्किल हो गया है इन्होंने अपने जान पहचान वालों से काफी कर्जा भी ले रखा हुआ है अपने पुत्र के इलाज के लिए परंतु अभी भी इन्हें पुत्र के दवाइयों के लिए काफी सहयोग की जरूरत है सोशल मीडिया के द्वारा धर्मदास को कार सेवा दल संस्था के बारे में जानकारी मिली और आज यह अपने बेटे के इलाज में लग रही दवाइयों को टेस्ट की मदद के लिए संस्था के ऑफिस पहुंचे जहां पर इनकी समस्या को ध्यानपूर्वक सुना गया और दवाइयों वह टेस्ट के लिए दस हजार की सहयोग राशि धर्मदास को इन बेटे के इलाज के लिए दी गई इस नेक कार्य में संस्था के अध्यक्ष श्री मनदीप सिंह और सदस्य रणवीर ठाकुर सिंह मौजूद रहे संस्था द्वारा आगे भी जरूरत पड़ने पर मदद की जाएगी

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!
Trending Now