कुल्लू क्षेत्रीय अस्पताल में डाक्टर्स की 2 घंटे पैन डाऊन स्ट्राईक से मरीज हुए परेशान
डाक्टर्रा ने सरकार को चेताया मांगो पर गौर नहीं किया तो सप्ताह के बाद होगी पूरे दिन हड़ताल
न्यूज मिशन
कुल्लू
कुल्लू जिला मुख्यालय क्षेत्रीय अस्पताल में डाकटरों की 2 घंटे पैन डाऊन स्ट्राईक से दूर दराज से आए मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा जिससे क्षेत्रीय अस्पताल में सभी ओपीडी के बाहर लंबी लंबी कतारों में मरीज 2 घंटे डाक्टरों का इंतजार करते रहे । ऐसे में क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात दर्जनों डाक्टरों ने क्षेत्रीय अस्पताल के गेट पर 2 घंटे काले बिल्ले लगातार पैन डाऊन स्टाईक की और 1 सप्ताह तक काले बिल्ले लगातार रोज सबह साढ़े 9 बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक पैन डाऊन स्ट्राईक का निर्णय लिया है।
-क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात डाक्टर रीमा और डाक्टर आशिष ने कहाकि कुल्लू जिला में सभी डाक्टरों की आज से 2 घंटे की पैन डाऊन स्ट्राईक 1 सप्ताह तक कर रहे है।उन्होंने कहाकि सरकार ने आश्वासन दिया था कि पंजाब पे स्केल बराबर कर्मचारियों को पे स्केल दिया जाएगा लेकिन सरकार ने यह नहीं किया और डाक्टरो का एनपीए 25 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत किया और डाक्टर्रो की ज्यादा प्रमोशन नहीं है ऐसे में डाक्टरों के लिए 4 – 9-14 स्केल पर वेतन बढ़ाया जाता था लेकिन सरकार ने अब वो भी बंद कर दिया है।उन्होंने कहाकि डाक्टर्रो ने इमरजेंसी की सेवाए बहाल रखी है लेकिन आने बाले समय में अगर डाक्टरों की मांगो पर सरकार पे गौर नहीं किया तो आने बाले दिनो में दिनभर हड़ताल की जाएगी।
तिमारदार गीता नंद ने कहाकि बंजार से रैफर उनकी माता को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्ल् ईलाज के लिए पहुंचाया है यहां पर डाक्टर हड़ताल पर है और इससे बुजुर्ग लाईनों में खड़े है ऐसे में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।उन्होंने कहाकि मरीज दूर दूर से ईलाज करवाने के लिए यहां पहुंचे है ऐसे में सरकार व प्रशासन की नकामी से लोगों को परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है
सैंज से आए मरीज हीरू राम ने कहाकि 100 किलोमीटर सैंज घाटी के शेंशर से ढाई घंटे पैदल चलकर सड़क तक पहुंचे है और गाड़ी में 3 घंटे सफर कर ईलाज के लिए कुल्लू क्षेत्रीय अस्पताल में पहुंचे है और यहां पर डाक्टर हड़ताल पर परेशान है।उन्होंने कहाकि इससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बंजार से आए राम सिंह ने कहाकि मरीज लेकर ईलाज के लिए आए है और हड़ताल होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने कहकि सरकार को डाक्टरों की मांगो पर गौर करना चाहिए और मरीजों को ईलाज के लिए परेशानियों का सामना न करना पड़े।