भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनज़र बंजार विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत बंद किए गए स्वास्थ्य संस्थानों व सेवाओं को पुन: बहाल करे सरकार: शौरी
प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी पर ध्यान दे सरकार,
न्यूज मिशन
कुल्लू
हिमाचल प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 19 दिसंबर से धर्मशाला में चला रहा है और विपक्ष के तीखे तेवरों से यह सत्र खूब गरमाया हुआ है। कांग्रेस की चुनावी गारंटियों को लेकर विपक्ष ने सरकार को खूब घेरा है व अलग अन्दाज़ में विरोध किया है। सत्र के दूसरे दिन सदन में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बोलते हुए बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी ने सरकार के पिछले वीके साल के कार्यकाल में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति उदासीन रवैये को लेकर रोष प्रकट किया। विधायक शौरी ने कहा कि बंजार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पिछले बर्ष जनहित में खोले गए स्वास्थ्य संस्थानों को सरकार ने विना विचार किए बंद कर दिया व आज एक बर्ष बाद भी उचित माँग व ज़रूरत के बाबजूद इन संस्थानों को पुन: खोलने की ओर सरकार बिलकुल भी गंभीर नहीं है। बंजार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत डिमरचाहड़ी, जीभी, बठाहड़, देउठा, देहूरी में प्राथमिक स्वास्थ्य संस्थानों को व श्रीकोट एवं दियार में स्वास्थ्य उपकेंद्रों को बंद कर दिया गया। इसके साथ साथ गुशैनी, सैंज व गड़सा स्वास्थ्य केंद्रों को स्त्रोन्नत कर प्राप्त होने वाली सुविधा को भी बंद कर दिया गया। क्षेत्र के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान बंजार अस्पताल के लिए स्वीकृत किए गए अतिरिक्त पदों व सुविधाओं को अनदेखा करना सरकार का निराशावादी दृष्टिकोण दर्शाता है। बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी ने सदन के माध्यम से सरकार से विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों में रह रही जनता के प्रति संवेदनात्मक रुख़ अपनाते हुए इन स्वास्थ्य सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल करने की माँग रखी है।