देवता हुरंग नारायण अपने हारयिनों संघ निकले लोगों को दुख दर्द सांझा करने
21 दिनों के वाद लौटगें अपने निवास स्थान
न्यूज मिशन
कुल्लू
जिला कुल्लू के लगघाटी के तहत आने वाले गांव भुुमतीर गदीयाड़ और टंडारी के आराध्य देवता हुरंग नारायण हर साल की भांति इस बार भी परिक्रमा के लिए निकल पड़े हैं। इस दौरान देवता कई दर्जनों गांव में परिक्रमा करेंग।े साथ ही देवता लोगों के सुख-दुख को सांझा करने के लिए देवता की यह परिक्रमा काफी अहम मानी जाती है। इस परिक्रमा के दौरान देवता अपने दर्जनों हारियानों और वाद्य यंत्रों के साथ यात्रा पर निकल पड़े हैं। देवता के हारियानों का मानना है कि परिक्रमा के लिए देवता स्वयं ही दिन निर्धारित करते हैं, देवता परिक्रमा के दौरान सिलंग, पधर, चरमाली, जोंगा, समीरग, जयाणी, बालकशा,े फल्याणी, गदियाड़ा और टंडारी अपने निवास स्थान 21 दिनों के वाद लोटेंगें। वही वही राहुल और शनि ने बताया कि देवता हुरंग नारायण की परिक्रमा लगभग 21 दिनों की है। उन्होंने कहा कि देवता सारी गांव से आज सिरंग जा रहे हैं, जिसके बाद देवता चरमाली होते हुए जोंगा और अंत में जाकर अपने निवास स्थान में पहुंचेंगे उन्होंने कहा कि देवता नारायण की परिक्रमा हर वर्ष होती है जिसमें देवता गांव व लोगों की विपदाएं होती है उसका निवारण करते हैं और लोगों के की समस्या को सुनते हैं और उनका निवारण भी करते हैं।