पति की लंबी आयु के लिए की सुहागिनों ने की सामूहिक पूजा अर्चना
शितला माता मंदिर में करवाचौथ पर सजधज कर सुहागिनों ने करवा माता पति की लंबी आयु के लिए की प्रार्थना
कुल्लू घाटी में करवाचौथ के त्यौहार की धूम
न्यूज मिशन
कुल्लू
कुल्लू जिला में करवाचौथ के पर्व पर सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु के लिए कामना की। महिलाओं ने दिन को मंदिरों में जाकर अपने पति की लंबी आयु के लिए कामना की। महिलाओं ने सुबह से ही सज धज कर जिला मुख्यालय के शीतला माता, बैष्णों माता मंदिर, भूतनाथ मंदिर सहित घाटी के तमाम मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की। इसके अलावा महिलाओं ने बाजार में जाकर खरीददारी भी की। कहीं उपहार तो कहीं हार श्रृंगार करती हुई महिलाएं दिनभर दिखाई दी। कुल्लू के सरबरी, अखाड़ा, लोअर ढालपुर, गांधीनगर, शास्त्रीनगर और ढालुपर मैदान में लगे अस्थाई बाजार में महिलाओं का खरीददारी के लिए खूब हुजूम उमड़ा रहा। इस पावन पर्व में रंग बिरंगी चूडियां, पूजन साम्रगी, सौंदर्य प्रसाधन समेत उपहारों की खरीददारी में महिलांए दिनभर मश्गूल रही। सभी महिलाए अपने पति की लंवी आयु के लिए ब्रत रखती है और सुबह तारो की छाब में सरगी और पानी पीती है और उसके बाद रात को चांद निकलने के बाद ब्रत तोड़गी पति के हाथो से पानी पीने के बाद ब्रत संपन होगा
स्थानीय महिला सपना शर्मा ने कहाकि करवाचौथ का व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है जिसमें सुबह 4 बजे महिलाए उठती है और सरघी खाकर दिन निराहार निर्जल पानी के बिना रहते है। उसके बाद रात को चांद देखकर व्रत को तोड़ते है ।उन्होंने कहाकि हर साल शितला माता में सभी महिलाए इक्कठे होकर करवा माता की कथा और पूजा अर्चना करते है। जिससे महिलाए एक दूसरे को करवाचौथ की बधाई देते है।उन्होंने कहाकि खुशी से अपना व्रत पूरा करते है। ऐसे में पति की लंबी उम्र और विवाहित जीवन में सुख समद्वि की कामना करते है।
स्थानीय महिला रीता महता ने कहाकि करवाचौथ की मानयता प्राचीन है जब देवता और दानवों के बीच युद्व हुआ था उस बक्त देवियों ने अपने पति की लंबी सुख समृद्वि और विजय के लिए व्रत रखा किया था उसके बाद सत्यवान सावित्री के साथ जुड़ा और आज के परिपेक्ष में उतना ही प्रासंगिक है सभी महिलाए सभी महिला 4 जे उठकर सरघी लेती है और उसके बाद निर्जल व्रत का संकल्प लेती है उसके बाद शाम को चंद्र उदय के पश्ताप अर्घयदान कर पति के हाथ से पानी ग्रहण करती है।उन्होंने कहाकि आज मौसम खराब है ऐसे में इंद्रदेव जमकर वरस रहे है ऐसे में चंद्र मॉ के दर्शन होंगे तो अर्घय दान देकर व्रत को तोड़ेंगे।