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अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के लिए करीब 50 देवी देवता पहुंचे कुल्लू
डेढ़ सौ किलोमीटर सैकड़ो हारियानों के साथ पैदल चलकर देवता खूड़ीजल ऐतिहासिक ढालपुर मैदान
सभी देवी देवता भगवान रघुनाथ के मंदिर में भरेंगे हाजिरी
न्यूज मिशन
कुल्लू
अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव शुरू होने से पहले सैकड़ो किलोमीटर पैदल चलकर करीब 50 देवी देवता आनी और बंजार सहित आसपास के क्षेत्र से ऐतिहासिक धौलपुर मैदान में लाव लश्कर के साथ पहुंचे। आनी के देवता खुडिजल सैकड़ो हारियानों में साथ डेढ सौ किलोमीटर पैदल चलकर कुल्लू पहुँचे।
देवता कुड़ी जल के कारदार शेर सिंह ने कहा कि डेढ़ सौ किलोमीटर पैदल चलकर सेंड करो हरियाणा के साथ देवता खुड़िजल ऐतिहासिक दशहरा मैदान में पहुंचे हैं उन्होंने कहा कि तीन दिन पैदल चलने के बाद दशहरा उत्सव के लिए कुल्लू पहुंचे हैं उन्होंने कहा कि कल देवता भगवान रघुनाथ के मंदिर सुल्तानपुर में हाजिरी भरेंगे और उसके बाद भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा में शामिल होंगे
देवता श्रृंगार ऋषि के पुजारी जितेंद्र शर्मा ने कहा कि देवता श्रृंगार ऋषि ने भगवान राम के साथ पुत्र केमिस्ट्री यज्ञ किया था भगवान राम के साथ इनका त्रेता युग से लेकर संबंध है उन्होंने कहा कि देवता श्रृंगा ऋषि का मूल स्थान बागी चैहणी बंजार में है। सैकड़ो हरियानों के साथ देवता लाभ लश्कर के साथ दशहरा मैदान में पहुंचे हैं और कल भगवान रघुनाथ जी इसके दरबार में हाजिरी भरेंगे उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक धौलपुर मैदान में प्राचीन काल से राजा जगत सिंह के समय में देवता श्रृंगा ऋषि का स्थान है जहां पर दशहरा उत्सव के दौरान 7 दिनों तक स्थाई शिविर में विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। उन्होंने कहा कि देवता शृंगा ऋषि के पास दुर्धरा से श्रद्धालु पहुंचते हैं देवता उनकी मनोकामना पूरी करते हैं।
देवता अनंत रियालु नाग महाराज के कारदार ने कहा कि बंजार घाटी से 76 किलोमीटर पैदल चलकर सैकड़ो हरियानों के साथ देवता दशहरा के लिए ऐतिहासिक ढालपुर मैदान में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा में देवता भाग लेंगे और अस्थाई शिविर में 7 दिनों तक विधिवत पूजा अर्चना की जाएगी जिसमें दूरदराज से श्रद्धालु देवता के पास दर्शन पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं
देवता लक्ष्मी नारायण बंजार के विनोद कुमार ने कहा कि 80 किलोमीटर दूर से देवता दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए पहुंचा है उन्होंने कहा कि कल भगवान रघुनाथ के मंदिर में हाजिरी भरने के बाद रथ यात्रा में उनके साथ भाग लेंगे उन्होंने कहा कि देवी देवताओं के स्थाई शिविरों में विधिवत पूजा अर्चना 7 दिनों तक की जाएगी और ऐसे में बाजार घाटी के देवी देवताओं के साथ देव मिलन भी होगा उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय देव महाकुंभ के लिए सैकड़ो देवता शामिल होते हैं।