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देश मे हर एक को आत्म स्मृति का तिलक लगाकर आत्मीयता के साथ एक दूसरे को भाई-बहन समझे-बीके किरण

कहा- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहनें आईटीपी,बीएसएफ,जिला व सेंट्रल जेल,ब्लाइंड स्कूल में सभी को राखी बांधकर कर आपसी भाईचारे का संदेश

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कुल्लू में धूमधाम के साथ मनाया रक्षाबंधन महोत्सव
न्यूज मिशन

कुल्लू
कुल्लू जिला मुख्यालय में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कुल्लू में रक्षाबंधन महोत्सव का आयोजन किया गया इस मौके पर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कल्लू की प्रभारी बहन बीके किरण ने उपस्थित जनसमूह को रक्षाबंधन पर 7 संकल्प के साथ आपसी भाईचारे का संदेश दिया इस रक्षाबंधन महोत्सव पर सैकड़ो लोगों ने भाग लिया
वीओ- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय कुल्लू की प्रभारी बीके किरण ने कहा कि ब्रह्माकुमारी आश्रम पूरे विश्व में रक्षाबंधन के एक सप्ताह तक मनाया जाता है उन्होंने कहा कि विश्व में आपसी भाईचारा की भावना से रक्षाबंधन पर सभी को यह संदेश देते हैं कि रक्षाबंधन पर महज रिवाज ही ना निभाएं बल्कि अपने अंदर अच्छी भावना लाएंगे और हर बहन अपने भाई से यह प्रतिज्ञा करवा की जैसे तुम मुझे अपनी बहन के समझते हैं और अपने मन की सुरक्षा से एक दूसरे के प्रति आपसी लगाव बनाए और
और अपने अंदर शक्तिशाली संकल्प ले कि हम शुद्ध आत्मा है और पावरफुल है और हम शांतिप्रिय है भाई बहन इस तरह का संकल्प लेंगे तो उसे सभी की सुरक्षा होगी उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन बांधने से सुरक्षा नहीं होती है ऐसे में इस त्यौहार उत्साह उत्सव है उन्होंने कहा कि जब हम स्वयं की सुरक्षा करेंगे उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के द्वारा सभी को राखी बांधकर   आईटीपी,बीएसएफविकलांग स्कूल,सेंट्रल जेल, सभी बच्चों को ब्रह्म कुमारी बहनें राखी बांधकर पूरे विश्व की सुरक्षा हो इसके लिए प्रयास करते हैं उन्होंने कहा कि एक दूसरे के प्रति भाईचारे की भावना कैसे लाएं आपसी मनमुटाव कैसे खत्म करें और हर एक परमपिता परमात्मा की संतान है और हम सब आपस में आत्मिक रूप से भाई-भाई है उन्होंने कहा कि आत्मिक स्मृति का जो तिलक लगाया जाता है अपने आप को याद दिलाना मैं परमपिता परमात्मा की संतान हूं। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के पवित्र त्यौहार पर भाई-बहन के रिश्ते सदा बनाए रखें। हर एक को आत्म स्मृति का तिलक लगाकर आत्मीय तौर पर भाई-बहन समझे जिससे पूरे विश्व में आज जिस प्रकार झगड़ा धर्म,जाति,प्राकृति के नाम पर हो रहे हैं
अमेरिका की आज पूरे विश्व में जिस प्रकार धर्म जाति यह सब इसी कारण है कि हम अपने आप को स्वयं की पहचान लेते हैं और आत्मिक रूप में आते हैं तो ना भेदभाव रहता है और ना एक दूसरे में मनमुटाव रहता है।

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