भुंतर में तहसीलदार का पद जल्द भरे सरकार: सुरेंद्र शौरी
कहा- दुर्गम ग्रामीण इलाक़ों में अब भी उपयुक्त राहत व आपदा से नुक्सान का आकलन
बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी ने आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
न्यूज़ मिशन
कुल्लू
पूरे प्रदेश में अब भी रुक रुक कर भारी बरसात का सिलसिला जारी है। आपदा का दंश झेल रहे कुल्लू ज़िला में लगातार भूस्खलन से सामान्य जीवन अभी भी पटरी पर नहीं लौटा है। बंजार विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र शौरी ने आज पंचायत प्रतिनिधियों के साथ गड़सा घाटी के विभिन्न गाँवों में आपदा प्रभावितों से मुलाक़ात की व व्यक्तिगत रूप से लोगों को हुए नुक़सान का जायजा लिया। ग्रामीण क्षेत्रों में संचार व यातयात के समुचित साधन अभी तक बहाल नहीं हो पाए हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक सही से आपदा से हुए नुक़सान का आकलन नहीं हो पाया है और न ही राहत
पहुँचाई जा सकी है। बंजार विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा है कि बंजार, कुल्लू व मनाली विधानसभा इस आपदा से अति प्रभावित हुए हैं व इस समय प्रशासनिक स्तर पर भी राहत, बचाव व पुनर्वासन कार्यों का अतिरिक्त दवाब है। ज़िला की भुंतर तहसील के अन्तर्गत मणिकर्ण व गड़सा घाटी के साथ मैदानी क्षेत्रों में भारी तबाही हुई है। परंतु यहाँ भुंतर तहसील में तहसीलदार का पद वर्तमान में रिक्त चल रहा है। जिससे प्रशासनिक स्तर पर राहत व आकलन कार्यों में काफ़ी समस्याओं व जटिलताओं का सामना करना पड़ रहा है व अपेक्षित तेज़ी से यह कार्य नहीं हो पा रहे हैं। अत: सरकार को चाहिए कि ऐसे समय में प्रशासनिक ढाँचे को मज़बूत करे व भुंतर तहसील में तहसीलदार की स्थाई या अस्थाई तौर पर नियमित नियुक्ति की जाए। आपदा के ऐसे समय में प्रशासन से बेहतर कार्य लेने के लिए आवश्यक है कि इन महत्वपूर्ण पदों को त्वरित भरा जाना चाहिए ताकि आपदा की इस घड़ी में प्रभावी व बेहतर तरीक़े से बचाव व राहत कार्य किए जा सकें। स्थानीय विधायक ने कहा है कि ग्रामीण व दुर्गम इलाक़ों में अब भी उपयुक्त राहत व आपदा आकलन कार्य नहीं ख्ह त् रहा है। यातायात व संचार साधन सुगम होने के साथ ही और अधिक जानकारी सामने आ रही है।