कारोबारकुल्लूबड़ी खबरहिमाचल प्रदेश
कुल्लू,किन्नौर, लाहौल स्पीति ,पांगी, भरमौर के किसानो को भेड़ और खरगोश पालन विभिन्न योजनाओं का दिया जा रहा लाभ- डॉ ओम हरि चतुर्वेदी
कहा- केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं से किसानों की आर्थिकी हो रही सुदृढ़
केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान गड़सा में भेड़ और खरगोश पालन पर तीन दिवसीय कार्यशाला हुई संपन्न
न्यूज मिशन
न्यूज मिशन
कुल्लू
कुल्लू जिला के गड़स में स्थित उतरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केंद्र भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान में 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ। अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत क्षेत्र की 30 महिलाओं को भेड़ एवं खरगोश पालन पर 3 दिनों तक प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इस कार्यशाला के समापन पर केंद्रीय कृषि अनुसंधान परिषद के सयुक्त सचिव वित्त भारत सरकार जीपी शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरानकेंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान गड़सा के इंचार्ज डॉक्टर ओम हरि चतुर्वेदी ने स्थान की विभिन्न गतिविधियों के बारे में ब्यौरा पेश किया। मुख्य अतिथि जीपी शर्मा ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली 30 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र व किट बैठकर सम्मानित किया।
केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान गड़सा के इंचार्ज डॉ हरि चतुर्वेदी ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए पशु पालन में विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है। जिससे किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे है।उन्होने कहाकि केंद्र गड़सा में अनुसूचित जाति उप योजना की अंतर्गत 30 महिलाओं को भेड़ एवं खरगोश पालन पर 3 दिवसीय कार्यशाला में महत्वपूर्ण जानकारियां दी है। उन्होंने कहा कि भेड़ और खरगोश पालन से किसानों की आशिकी सुदृढ़ हो रही हैै। इसके लिए समय समय पर किसानों को भेंड़ पालन और पशुपालन को लेकर प्रेरित किया जा रहा है।उन्होने कहाकि कि आज देश में 70% से अधिक लोग मांस खाने वाले है ऐसे में भेड़ और बॉयलर खरगोश मास के लिए पाले जाते हैं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत क्षेत्र की 30 महिलाओं को भेड़ पालन और खरगोश पालन के लिए गुर सीखाए है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार के द्वारा बीपीएल परिवारों को फ्री भेड़े और खरगोश देकर उनकी आर्थिक की सुदृढ़ हो सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा जनजातीय क्षेत्रों के लिए अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों जिला किन्नौर और जिला लाहौल सिप्पी जिला चंबा के पांगी और भरमौर तहसील के किसानों को भी योजनाओं का लाभ पहुचाया है।जिससे किसानों को विभिन्न प्रकार की योजनाओं से लाभंवित किया जा रहा है।स्थानीय प्रतिभागी महिला सुनीता ने कहा कि केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान में 3 दिनों तक क्षेत्र की 30 महिलाओं को भेड़ पालन और खरगोश पालन के बारे में जानकारी दी और उन्होंने कहा कि महिलाएं आर्थिक रुप से समृद्ध होने के लिए पशु पालन की तरफ प्रेरित हो रही है जिससे उनकी आर्थिक की सुदृढ़ हो रही है।
कुल्लू जिला के गड़स में स्थित उतरी शीतोष्ण क्षेत्रीय केंद्र भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान में 3 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ। अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत क्षेत्र की 30 महिलाओं को भेड़ एवं खरगोश पालन पर 3 दिनों तक प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इस कार्यशाला के समापन पर केंद्रीय कृषि अनुसंधान परिषद के सयुक्त सचिव वित्त भारत सरकार जीपी शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस दौरानकेंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान गड़सा के इंचार्ज डॉक्टर ओम हरि चतुर्वेदी ने स्थान की विभिन्न गतिविधियों के बारे में ब्यौरा पेश किया। मुख्य अतिथि जीपी शर्मा ने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली 30 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र व किट बैठकर सम्मानित किया।
केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान गड़सा के इंचार्ज डॉ हरि चतुर्वेदी ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए पशु पालन में विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है। जिससे किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे है।उन्होने कहाकि केंद्र गड़सा में अनुसूचित जाति उप योजना की अंतर्गत 30 महिलाओं को भेड़ एवं खरगोश पालन पर 3 दिवसीय कार्यशाला में महत्वपूर्ण जानकारियां दी है। उन्होंने कहा कि भेड़ और खरगोश पालन से किसानों की आशिकी सुदृढ़ हो रही हैै। इसके लिए समय समय पर किसानों को भेंड़ पालन और पशुपालन को लेकर प्रेरित किया जा रहा है।उन्होने कहाकि कि आज देश में 70% से अधिक लोग मांस खाने वाले है ऐसे में भेड़ और बॉयलर खरगोश मास के लिए पाले जाते हैं। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत क्षेत्र की 30 महिलाओं को भेड़ पालन और खरगोश पालन के लिए गुर सीखाए है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार के द्वारा बीपीएल परिवारों को फ्री भेड़े और खरगोश देकर उनकी आर्थिक की सुदृढ़ हो सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा जनजातीय क्षेत्रों के लिए अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों जिला किन्नौर और जिला लाहौल सिप्पी जिला चंबा के पांगी और भरमौर तहसील के किसानों को भी योजनाओं का लाभ पहुचाया है।जिससे किसानों को विभिन्न प्रकार की योजनाओं से लाभंवित किया जा रहा है।स्थानीय प्रतिभागी महिला सुनीता ने कहा कि केंद्रीय भेड़ एवं उन अनुसंधान संस्थान में 3 दिनों तक क्षेत्र की 30 महिलाओं को भेड़ पालन और खरगोश पालन के बारे में जानकारी दी और उन्होंने कहा कि महिलाएं आर्थिक रुप से समृद्ध होने के लिए पशु पालन की तरफ प्रेरित हो रही है जिससे उनकी आर्थिक की सुदृढ़ हो रही है।