पूर्वोत्तर राज्यों से आए छात्र छात्राओं का मनाली पहुंचने पर किया गया भव्य स्वागत
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़े व नाटी डालकर किया भव्य स्वागत
अगले तीन दिनों तक पूर्वोत्तर राज्यों के प्रतिनिधि जानेंगे हिमाचल की संस्कृति
न्यूज मिशन
कुल्लू
पर्यटन नगरी मनाली में आज पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयाम अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन के अंतर्गत पूर्वोत्तर राज्यों से आए प्रतिनिधियों का देवभूमि हिमाचल प्रदेश के मनाली पहुंचने पर भव्य स्वागत किया । बता दें कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयाम ैम्प्स् के माध्यम से पूर्वोत्तर राज्यों के 450 छात्र 16 अलग-अलग समूहों में भारत के 22 राज्यों के 64 स्थानों की यात्रा कर वहां के पर्यटन स्थलों, परंपराओं, लोक कलाओं और भारत की सांस्कृतिक एकता की प्रत्यक्ष अनुभूति करेंगे। इसी के तहत आज एक दल देवभूमि हिमाचल प्रदेश के मनाली में भी पहुंचा। यह प्रतिनिधि दल तीन दिन मनाली मे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के घर रुकेंगे और हिमाचल की संस्कृति को जानेंगे और यहा के पवित्र स्थलों के दर्शन करेंगे। पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि (ैम्प्स्)अंतर राज्य छात्र जीवन दर्शन की स्थापना वर्ष 1966 में में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्कालीन सदस्यों की एक पहल के रूप में हुई थी। इंटर-स्टेट लिविंग (एसईआईएल) में छात्र अनुभव भारत के प्रत्येक छात्र के बीच एकता की भावना को बढ़ावा देने के विनम्र उद्देश्य के साथ काम करने वाला एक आयाम है। ैम्प्स् की शुरुआत पूर्वोत्तर भारत और बाकी देश के युवाओं के बीच भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी. अपने उद्देश्य के अनुसार तब सैल ने अपना वार्षिक अध्ययन दौरा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित किया है । इस पहल ने आने वाले छात्रों को स्थानीय संस्कृति और आदतों को बेहतर ढंग से समझने में मदद की और मेजबान को देश के अन्य हिस्सों में मौजूद संस्कृतियों की विविधता को समझने में भी मदद की। कार्यक्रम की शुरुआत के बाद से अब तक 3000 से अधिक मेजबान परिवार इस कार्यक्रम से प्रभावित हो चुके हैं।