किसान की बेटी ललीता ने पास की नीट की परीक्षा कार्डियोलॉजिस्ट डाक्टर बनकर करेंगी समाज सेवा
गरीबी में पढ़ाई के लिए कई चुनौतियों पार कर कड़ी मेहनत कर हासिल किया मुकाम
माता पिता गुरूजनों को दिया अपनी सफलता क्षेत्र
न्यूज मिशन
कुल्लू
कुल्लू जिला के मनाली उपमंडल के दुर्गम क्षेत्र व्यासर गांव की 21 वर्षीय ललिता ने नीट की परीक्षा पास कर क्षेत्र का नाम व माता पिता का नाम रोशन किया है।,। किसान की बेटी ललिता का सीनियर सेकेंडरी स्कूल सुल्तानपुर पहुंचने पर अध्यक्षकों व छात्रों ने भव्य स्वागत किया इस दौरान ललिता ने अपना अनुभव छात्राओं के साथ शेयर किया और छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए प्ररित किया इस दौरान ललिता ने छात्राओं को कड़ी मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई करने के लिए जागरूक किया।
वीओ-प्रिसिपल भावना तनवर ने बताया कि ललिता मेहनती,ईमानदार पढ़ाई में कड़ी लगन के साथ नीट की परीक्षा पास की हैं, उन्होने कहा कि छात्रा हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी निभाती थी, ललिता एक किसान की बेटी हैं, और यह बंदरोल पंचायत की व्यायसर गांव की स्थाई निवासी हैं। पारिवारिक परिस्थितियों के विपरीत जाकर कठिन मेहनत की और आज सफलता प्राप्त की है। उनका कहना है अगर कोई भी विद्यार्थी ये ठान ले उसे सफलता हासिल करनी है. उसके सामने प्रस्तिथिया कही आडे नहीं आती, जिसका जीता जागता उदाहरण है ललिता ने दिया है, जिसकी विपरीत परिस्थियां होने के बावजूद भी क्षेत्र में अपना व अपने परिवार का नमा रोशन कर परचम लहराया है।
वीओ- स्कूल की प्रधानाचार्या भावना तनवर ने बताया कि हमारे स्कूल की जो है पूर्व विद्यार्थी रही है यह जो बच्ची है इसने बहुत ही बेहतरीन जो है अपना एकेडमिक उसमें जो है नाम कमाया है, इसकी एक एम था कि इसने जो है मेडिकल लाइन में जाना है और इसके हार्ड वर्क की वजह से इसने खूब मेहनत किया और इसने वह मुकाम हासिल किया है। आज इसमें नेट क्लियर करके के टांडा मेडिकल कॉलेज में जो कि सेलेक्ट हुई है और इसमें न केवल अपने घर परिवार माता-पिता अपितु हमारे स्कूल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सुल्तानपुर का नाम रोशन किया है। इस क लिए बहुत-बहुत बधाई हार्दिक बधाई शुभकामनाएं देती हॅंू। न केवल के नीट में आगे निकली है टांडा मेडिकल कॉलेज में भी नाम कमाए और बहुत बेहतरीन डॉक्टर के रूप में यह हमारे देश और प्रदेश को सर्व करें हमारी यही कामना है। सभी स्कूल की छात्राएं हैं वे भी शायद इसी के फुटप्रिंट्स में चलना चाहेंगे। ललिता के पथचिन्ह पर चलना चाहेगी। ललिता के काफी बड़े-बड़े सपने हैं आशाएं हैं और उम्मीदें रखती हैं आज जो है इसमें हमारी बेटी ने लाइव एग्जांपल जो है सेट किया है और इससे आज हमारे बच्चों ने भी मन में खूब ठांन लिया होगा कि हम जैसे इस बेटी ने किया है ललिता ने किया हम भी इसी तरह कुछ ना कुछ जरूर बनेंगे और अपना जो है नाम रोशन करेंगे। उसके लिए मेहनत ही एक जो है हार्ड वर्क चाहिए जो है सफलता की और आगे बढें
वीओ- ललिता ने कहा कि नीट का एग्जाम जुलाई महिने में हुआ था। उन्होने कहा कि ऐसा क्या जब तुम आप जाते हो तो वहां का एनवायरमेंट जो होता है वह भी आपको ऐसा लगता है कि डर सा माहौल, जो चेकिंग सब कुछ होता उससे ऐसा लगता कि पता नहीं क्या होगा। एग्जाम देते टाइम कभी टाइम मैनेजमेंट सबसे बड़ा जरूरी है। टाइम मैनेजमेंट पर जब आप वहां पर टाइम मैनेज नहीं कर पाते उसकी वजह से कई बच्चे पीछे रह जाते हैं। परीक्षा देने से पहले अच्छे से अपने आप को मेंटली प्रिपेयर करके जाए ताकि आपको वहां पर कोई प्रॉब्लम नहीं हो। क्योंकि वहां पर बहुत सारी चीजें होती है पर इससे घबराना नहीं है। परीक्षा में फिजिक्स नहीं हो पाता पर ऐसा कुछ नहीं अगर आप अच्छे से प्रैक्टिस हो सके उतना करना। उनका कहना है कि एनसीआरटी बहुत मस्त है अगर आप एनसीआरटी से कर ले तो आपको कोई नहीं रोक सकता। मेरी कामयावी के पिदे इसमें सबसे बड़ा रोल टीचर्स और मेरे मामा पापा उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। में यहां तक पहुंची उसी इनकी वजह से। 4 साल से यहां पर पड़ रही हॅू और बहुत कुछ सीखा। कहीं भी जाओ आपको बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है इसलिए हर जगह पार्टीस्नपेट करो अपने आप हंड्रेड परसेंट दो अगर कई बार ऐसा होता कि हमें फैलियर मिलता है इससे घबराना नहीं होता है इंसान से इंसान बहुत बड़ा बनता है सब बच्चों को अच्छे से मेहनत करनी। मैं भविष्य में एमबीएस, एमडी, करूंगी। मैं कार्डियोलॉजिस्ट बनूंगी तो उसके बाद अपने समाज की सेवा करूंगी और सभी लोगों को अगर कोई भी प्रॉब्लम है कहीं भी तो अच्छे से उनके हेल्प करूंगी।
कुल्लू में ललिता ने नीट पास डाॅक्टर वन कर देश की सेवा करूगी