एनपीएस कर्मचारी 60 दिनों से क्रमिक अनशन पर सरकार नहीं ले रही सुध -भरत शर्मा
कहा- प्रदेश भर में एनपीएस कर्मचारियों का वोट फॉर ओपीएस अभियान में मिल रहा अपार समर्थन
न्यूज़ मिशन
कुल्लू
एनपीएस पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ की बैठक राज्य महासचिव भरत शर्मा की अध्यक्षता में निरमड और आनी ब्लॉक में हुई जिसमे ब्लॉक कार्यकारिणी सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने भाग लिया l
02 अक्तूबर से शुरू हुए जन जागरण अभियान के माध्यम से महात्मा गांधी के पद चिन्हों पर चलते हुए यह बैठक वोट फ़ॉर ओपीएस अभियान और एनपीएस हिमाचल छोड़ो अभियान को सफल बनाने के लिए की जा रही है l पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए कर्मचारी कड़ा संघर्ष कर रहे हैं जिसके तहत प्रत्येक जिले में वोट फॉर ओ पी एस अभियान की शुरुआत की गई है l
भरत शर्मा ने कर्मचारियों को आगामी रणनीति के तहत कार्य करने के लिए संदेश दिया तथा अपने वक्तव्य में कहा कि महासंघ के पास अब इस अभियान को सफल बनाने के सिवाय और कोई भी चारा नहीं बचा है। वर्तमान सरकार कर्मचारियों के बुढ़ापे को सुरक्षित नहीं करना चाहती सैकड़ों बार प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से मुलाकात कर चुका है l परंतु अभी तक पुरानी पेंशन बहाली के संदर्भ में कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है और जो कर्मचारी एनपीएस पेंशन स्कीम के अंतर्गत रिटायर हो रहे हैं उनका बुढ़ापा काफी कष्टों में गुजर रहा है। कर्मचारियों में अब सरकार के प्रति काफी रोष है सरकार कर्मचारियों की भावना को नहीं समझ रही है इसलिए कर्मचारी अब मन बना चुके हैं कि वह अब उसी दल के साथ होंगे जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा l बैठक में उपस्थित कर्मचारियों ने इस संघर्ष में राज्य करणी के साथ खड़े होने की बात कही है । सभी कर्मचारी अब आर पार की लड़ाई के मूड में हैं। कर्मचारियों ने अब सरकार पर दवाब बनाने के लिए और कई तरह के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार रखी है जिसे समय-समय पर कार्यान्वित किया जाएगा ताकि पुरानी पेंशन बहाल हो सके। बैठक में राज्य उपाध्यक्ष शांति स्वरूप ने सभी कर्मचारी वर्गों को संगठित होने के लिए कहा ताकि सब का दबाव पुरानी पेंशन बहाल करने में कारगर सिद्ध हो।
भरत शर्मा ने बताया बीते 57 दिन से साथी शिमला और 30 दिनों से अन्य जिलों में क्रमिक अनशन पर बैठ है l परंतु अभी तक सरकार की तरफ से कोई भी नुमाइंदा कर्मचारियों की सुध लेने नहीं आया है l भरत शर्मा ने कहा कि मिशन रिपीट तभी संभव है अगर कर्मचारियों की पुरानी पेंशन आचार संहिता लगने से पहले लागू हो जाती है अगर सरकार पुरानी पेंशन जल्द बहाल नहीं करती तो कर्मचारियों के पास अन्य विकल्प भी मौजूद है इस समय हिमाचल प्रदेश में डेढ़ लाख कर्मचारी एनपीएस के अंतर्गत आते हैं और अगर उनके परिवार जोड़ दे तो यह l यह संख्या काफी है रिवाज बदलने के लिए अन्यथा विकल्प और भी मौजूद है परन्तु इस बार कर्मचारी अगर वोट करेगा तो अपनी पुरानी पेंशन के लिए वोट करेगा और जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा उसी की सरकार हिमाचल प्रदेश में बनेगी l
बैठक में विशेष रूप से नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के राज्य उपाध्यक्ष श्री शांति स्वरूप जी और श्री राकेश कुमार जी भी उपस्थित रहे l
बैठक में
आनी अध्यक्ष के श्री देवी सिंह जी और महासचिव मानी सिंह, उपाध्यक्ष श्री झाभे राम जी, श्रीमती अनु ठाकुर, अध्यक्षा NPSEA, तथा निर्मण्ड खंड से अध्यक्ष श्री कुलदीप राजपूत जी, महासचिव दिनेश शर्मा, श्री पदमसिंह जी, रामानंद, श्री पवित्र, विजय भी उपस्थित रहे l