बस में बेहोश हुई अनजान लड़की के लिए फरिस्ता बनी प्लाटून कमांडर उर्मिला
प्लाटून कमांडर उर्मिला समाज सेवा में भी निभाती है सराहनीय भूमिका, रक्तदान कर मानव जीवन बचाने को भी आती है आगे
प्लाटून कमांडर समाज सेवा में भी निभाती है सराहनीय भूमिका, रक्तदान कर मानव जीवन बचाने को भी आती है आगे
न्यूज़ मिशन
भुंतर
गृह रक्षा सातवीं वाहिनी कुल्लू में महिला पलाटून प्रभारी प्लाटून कमांडर उर्मिला देवी जहां अपनी ड्यूटी ईमानदारी पूर्व के निभाती है वही समाज सेवा में भी आगे रहती है। सोमबार सुबह की है उर्मिला रोजाना की तरह अपनी रुटीन डियुटी के लिए भुंतर से कुल्लू कनिका बस से आ रही आ रही थी ।
शमशी के आसपास उसी बस में यात्रा कर रही एक सोलह वर्षीय लड़की अचानक बेहोश हो गई। महिला होमगार्ड पलाटून कमांडर ने तुरंत उस लड़की को सहारा देकर उसके पैरों से जूते उतार कर मालिश की और पानी के छीटें उसके मुंह पर मार कर वेहोश लड़की को होश में लाया ।
वहीं तुरंत लड़की को स्वास्थ्य केंद्र तेगुबेहड़ पहुंचाया। उपचार के उपरांत लड़की को होश आया और उसने बताया कि वह पिरडी की रहने वाली है और भुंतर से अपने घर आ रही थी। भुंतर में लड़की की माता बुटीक का काम करती है। प्लाटून कमांडर ने उन्हें फोन कर बेटी के बारे में जानकारी दी गई। महिला होमगार्ड पलाटून कमांडर उर्मिला देवी काफी समय से अपने रुटीन डियुटी के साथ साथ समाज सेवा भी करती आ रही है।
कोरोना काल में भी समाज सेवा में इन्होने अच्छी भूमिका निभाई यही नहीं उर्मिला देवी रक्तदान में भी अपना योगदान देकर मानव जीवन को बचाने आगे आती है । इसके लिए उन्हें महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा 26 जनवरी 2020 को सराहनीय कार्य के लिए गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा राष्ट्रपति पदक प्रदान करने की अनुमति दी है।