आर्ट ऑफ लिविंग संस्था कुल्लू द्वारा बदाह गोम्पा में हैपीनेस प्रोग्राम 40 प्रशिक्षुओं को किया प्रशिक्षित
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मिशन कुल्लू
आर्ट ऑफ लिविंग संस्था कुल्लू द्वारा बदाह गोम्पा में हैपीनेस प्रोग्राम का आयोजन किया गया । शिविर के दौरान प्रशिक्षुओं को ध्यान ,योग व सुदर्शन क्रिया सिखाई गई । मीडिया प्रभारी बलदेव ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग हैप्पीनेस कार्यक्रम के मूल में एक अनूठी और गहरी सांस लेने की तकनीक है। कुल्लू के बदाह स्थित गोम्पा में 16 से 21 अगस्त तक हैपीनेस प्रोग्राम का छह दिवसीय आयोजन करवाया गया। छह दिवसीय शिविर के दौरान 40 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया । बलदेव ठाकुर ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग कोआर्डिनेटर सुंदर ठाकुर व वरिष्ठ प्रशिक्षक सोनम के सानिध्य में
हैपीनेस प्रोग्राम का सफल आयोजन करवाया गया ।उन्होंने कहा कि शिविर के अंतिम दिन गोम्पा के गुरु विशेष रुप से उपस्थित रहे । बलदेव ठाकुर ने कहा कि सांस लेने के तरीके आपकी भावनाओं के अनुसार बदलते रहते हैं। समकालीन अनुप्रयोग में प्राचीन ज्ञान है। एक व्यावहारिक उपकरण सुदर्शन क्रिया जो कि सांसों की तकनीक से शरीर, मन और आत्मा को उसके होने की प्राकृतिक लय में पुनर्स्थापित करता है, सुदर्शन क्रिया ने लाखों लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से बदल दिया है। उन्होंने ने कहा कि सुदर्शन क्रिया के साथ-साथ , अन्य शक्तिशाली श्वास तकनीक, योग और ध्यान हैप्पीनेस प्रोग्राम के संवादात्मक सत्रों में सिखाया जाता है , जिससे आध्यत्मिक ज्ञान को अपने जीवन में उतार सके । वहीं वरिष्ठ प्रशिक्षक सुंदर ठाकुर ने बताया कि अपने जीवन में तनाव से होने वाले प्रभाव से अपरिचित रहते हैं। हमारे मन के व्यवहार के कारण हमारी कार्यकुशलता भी प्रभावित होती है । श्वास हमारे मन के बीच की कड़ी है । सुदर्शन क्रिया से मन और नकारात्मक भावनाओं को संभालने का साधन है। शिविर के दौरान सभी स्वयंसेवक विशेष रूप से उपस्थित रहे।