जिया ब्रिज के नीचे पार्वती नदी किनारे बना दी डंपिंग साइड लगाए मलबे के ढेर
बाढ़ की स्थिति में भारी मलबे से जिया गांव को खतरा
घाटी में नदी नालों में आ रही बाढ़ से नहीं लिया सबक मनमानी से इंसानी जिंदगियां दाव पर
न्यूज़ मिशन
कुल्लू , 26 जुलाई । जिला कुल्लू में बाढ़ से हो रहे हादसों से भी कुछ निर्माण कंपनियां सबक नहीं के रही हैं । फोरलेन निर्माण में लगी एक निजी कंपनी ने जिया ब्रिज के पास डंपिंग साइड बना दी । जबकि बरसात के दिनों में कुल्लू के नदी नाले उफान पर है । वहीं जिया ब्रिज के नीचे पार्वती के पास बड़े- बड़े टिप्परों से भारी मलबे के ढेर लगा दिए । अगर अचानक पार्वती नदी में बाढ़ आ जाती है तो यह मलबा दलदल में बदलने में देर नहीं लगाएगा जिससे जिया गांव को खतरा उत्पन्न हो जाएगा। मानव जीवन को जहां खतरा हो ऐसे स्थानों, नदी व नालों के नजदीक डंपिंग नहीं की जा सकती है चाहे वह एक या दो दिनों की बात हो । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग की वन रक्षक व अधिकारी ने टिप्पर चालकों को यहां मलबा फेंकने के लिए मना किया लेकिन यह लोग नहीं माने ।
ग्रामीणों ने मीडिया के माध्यम से यह संवेदनशील मामला एसडीएम विकास शुक्ला के ध्यान में लाया और तुरंत इस डंपिंग को यहां से उठाने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस डंपिंग की गई मिट्टी यानी मलबे से गांव को नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदार निजी कंपनी ही रहेगी जिन्होंने यह मिट्टी यहां फेंकी है । ग्राम पंचायत जिया के प्रधान संजीव कुमार ने बताया कि पार्वती नदी में बाढ़ जैसे स्थिति में मलबे से गांव को खतरा हैं इस लिए कंपनी इस मिट्टी को तुरंत यहां से उठा दें । किसी और की लापरवाही से ग्रामीणों को खतरे में नहीं डाला जा सकता हैं । फोरलेन निर्माण में लगी एनकेसी कंपनी के एचआर मैनेजर अजय शर्मा का कहना हैं कि इस मिट्टी को पुल निर्माण में प्रयोग के लिए डंप किया जा रहा हैं । वहीं एसडीएम विकास शुक्ला का कहना है कि एनएचएआई के ध्यान में यह मामला लाया है जल्दी इस पर उचित कार्रवाई होगी ।