भुंतर के डि -एडिक्शन सेंटर में महिलाओं और पुरुषों को मिलेगी बेहतर ईलाज की सुविधा- गोविंद सिंह ठाकुर
कहा- स्वास्थ्य विभाग ने 4 वर्षों में 6 हजार से अधिक लोगों को नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र ने सफल ईलाज कर समाज की मुख्यधारा में वापिस जोड़ा
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने 3 दिवसीय जिला स्तरीय रेडक्रॉस मेले का किया विधिवत शुभारंभ
न्यूज मिशन
कुल्लू 29 जून
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और समाज को आईना दिखाने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि समाज को नशे जैसी बुराई से निजात दिलाने में बच्चे एक रोल मॉडल की भूमिका निभा सकते हैं। वे अपने घर परिवारों में तथा आस-पड़ोस में अपने परिजनों को तथा अन्य लोगों को यदि नशा करने से रोकते हैं तो निश्चित तौर पर बच्चों की बात को अधिमान मिलता है। उन्होंने कहा कि बच्चे कुसंगति से अपने आप को बचाएं और यदि किसी अन्य साथी को इस बुराई की ओर आकर्षित होते देखते हैं तो उसे भी समझाएं अन्यथा ऐसे व्यक्ति से दूर रहें। उन्होंने कहा कि बच्चों में समाज में बदलाव लाने की क्षमता है। वह आने वाले समय के नेता है, डॉटक्र हैं, वैज्ञानिक हैं और हर क्षेत्र तक पहुंचने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा ग्रहण करना जरूरी है तभी जीवन में एक सफल नागरिक बन सकते हैं।
उन्होंने कहा कि समाज से नशा समाप्त करने के लिये पुलिस और कानून एजेन्सियों को भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है। नशे का प्रचलन दिनोदिन बढ़ रहा है जो एक सभ्य समाज के लिये घातक है। उन्होंने कहा कि नशे का व्यापार करने वाले इसके लिये जिम्मेवार है। ऐसे व्यक्तियों को सलाखों के पीछे होना चाहिए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि रेडक्रॉस सोसायटियों की पीड़ित मानवता की सेवा में अह्म भूमिका है। उन्होंने कहा कि करीब 150 वर्षों से विश्वभर में रेडक्रॉस मनाया जाता है। रेडक्रॉस के संस्थापक और शांति के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता जीन हेनरी ड्यूनेंट के जन्मदिन को अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस व स्वयंसेवक दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि भारत मेें रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना 1920 में पार्लियामेंट्री एक्ट के अनुसार की गई थी। उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी पीड़ित मानवता की सेवा का कार्य कर रही है और यह पुण्य का कार्य है। उन्होंने आम जनमानस से अपनी नेक कमाई से कुछ न कुछ अंशदान रेडक्रॉस मंे जरूर करें। गोविंद ठाकुर ने कहा कि वह स्वयं भी 250 बच्चों की शिक्षा का खर्च अपने न्यास से वहन कर रहे हैं और कोरोना काल में मुफ्त राशन तथा 25 हजार मीटर कपड़ा गांवों में महिलाओं को मास्क बनाने के लिये वितरित किया। उन्होंने कहा कि समाज सेवा का जज्बा हर व्यक्ति में होना चाहिए तभी समाज उन्नति करता है।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश देशभर में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। उन्होंने दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली मैदानी व सुगम क्षेत्र होने के बावजूद यहां 3.50 करोड़ की आबादी में केवल 1036 स्कूल है जबकि कठिन भौगोलिक वाले हिमाचल प्रदेश में महज 70 लाख कीक आबादी के लिये 16 हजार से अधिक स्कूल उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की साक्षरता और नामांकन दर काफी अधिक है। उन्होंने कहा कि मनाली विधानसभा के पतलीकूहल में सात बीघा जमीन पर हंस फाउण्डेशन एक सुपर स्पैशियलिटि अस्पताल का निर्माण कर रही है जिसको लेकर कुछ लोगों की राजनीतिक जड़े हिलती दिख रही हैं। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में गरीब लोगों का मुफत में उपचार किया जाएगा और क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने संकेेत दिया कि हमने एक सार्वजनिक कल्याण व हित को ध्यान में रखते हुए जमीन दी है न कि 15 मील में होटल बनाने के लिये 50 बीघा जमीन। उन्होंने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है और प्रत्येक व्यक्ति को राजनीति से उपर उठकर क्षेत्र का विकास करने में सहयोग करना चाहिए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिला अस्पताल कुल्लू में 37 में से 34 डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं। लगभग 13 करोड़ की लागत से मातृ-शिशु अस्पताल जनता को समर्पित किया गया है और अब अस्पताल में 400 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध हो गई है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में डाक्टरों की संख्या 10 और बढ़ाई जाएगी। इसके लिये मुख्यमंत्री ने संस्तुति दे दी है। उन्होंने कहा कि कुल्लू के लोगों को भुुंतर में एक और विकास खण्ड कार्यालय मुख्यमंत्री ने खोला और खराहल की नौ ग्राम पंचायतें अब कुल्लू में अपने काम करवा सकेंगी। मंत्री ने कहा कि जिला में अनेक बड़े शिक्षण संस्थान उनकी देन है। बंदरोल में नवोदय विद्यालय या फिर सेऊबाग में पॉलिटैक्निकल संस्थान हो उनके कार्यकाल में आए हैं। अब होटल मैनेजमैंट संस्थान वह जिला में लेकर आ रहे हैं।
इससे पूर्व उन्होंने भुंतर में महिलाओं के लिये एकीकृत नशा निवारण एवं पुनर्वास केन्द्र का भी लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश का यह पहला इस प्रकार का नशामुक्ति केन्द्र होगा। उन्होंने कहा कि कुल्लू अस्पताल स्थित नशामुक्ति केन्द्र में 6000 लोग अपना उपचार करवाकर नशे के चंगुल से बाहर निकल कर अच्छा जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भुंतर में एक अन्य भवन का निर्माण किया जा रहा है जिसमें पुरूषों के लिये भी नशामुक्ति केन्द्र उपलब्ध हो जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर दो लाईफ सपोर्ट एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। ये एम्बुलेंस मेहुल सी सी जॉनसन तथा जतिन गुप्ता ने जिला रेडक्रास सोसायटी को दान की हैं। उन्होंने सौफिया संस्था की थेरेपी ऑन व्हील वाहन का भी निरीक्षण किया।
गोविंद ठाकुर ने जिला में रेडक्रॉस के लिये योगदान करने वाले लोगों व संस्थाओं को सम्मानित भी किया। इनमें एवरेस्ट पॉवर के महाप्रबंधक, एडी हाईड्रो पावर के उपाध्यक्ष, रायसन के मेहुल सीसी जॉनसन, मधुकर के अध्यक्ष शैलेश धीर, प्रेमलता ठाकुर, वेद राम ठाकुर, बिमला ठाकुर, क्रिस ठाकुर री-इेमेजिन जिंदगी, डोला राम महंत, रीना राणा, मनीष ठाकुर, गगन भल्ला, प्रेम ठाकुर व राज भाटिया शामिल हैं।
इससे पूर्व शिक्षा मंत्री ने पौधा रोपकर जिला के लिये पौधरोपण अभियान की भी शुरूआत की। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन भी किया।
उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला रेडक्रॉस सोसायटी आशुतोष गर्ग ने स्वागत भाषण में कहा कि सोसायटी ने विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए आर्थिक कठिनाई से जूझते लोगों का हाथ थामते हुए अनेक अवसरों पर जरूरतमंद लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान की है। हमीरपुर के अमरजीत, कुल्लू की गुनगुन, देवी चंद, जगन व अखिल गौरव को चिकित्सा उपचार के लिये 40 से 50 हजार रुपये तक की मदद सोसायटी के माध्यम से प्रदान की गई है। ऐसे अनेक लोगों की सूची है जिनका उल्लेख करना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला आगजनी की घटनाओं के लिए अति संवेदनशील है। जिला में अधिकांश पुराने मकान लकड़ी के बने है। जिला में कई बार बड़े अग्निकांड हो चुके हैं। पिछले साल अक्टूबर महीने में ऐतिहासिक गांव मलाणा में हुए भीषण अग्निकांड में 38 मकान जलकर राख हो गए। जिला रेडक्रॉस सोसायटी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए 58 परिवारों को 20-20 हजार रुपये की तुरंत सहायता राशि प्रदान कर दुख की उस घड़ी में लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने का कार्य किया। इसी प्रकार, मझान गांव में बहुत बड़ी आगजनी की घटना हुई जिसमें गौशालाओं सहित 30 घर जलकर खाक हो गए। जिला रेडक्रॅास सोसायटी ने उन 30 परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की। इसी प्रकार जिला रेडक्रॉस सोसायटी भूकंप, भूःस्खलन, बाढ़, सूखा व बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान पीड़ित परिवारों की मदद करने में भी पीछे नहीं है। उन्होंने कहा कि आपातकाल में मरीजों व घायल व्यक्तियों को अस्पताल तक पहुंचाने अथवा जिला व राज्य से बाहरी अस्पताल तक ले जाने के लिये जिला रेडक्रॉस सोसायटी क्षेत्रीय अस्पताल के माध्यम से दो एम्बुलेंस सेवाएं संचालित कर रही है। समय-समय पर सोसायटी जिला के विभिन्न भागों में विकलांगता शिविरों का आयोजन कर रही है। विकलांगता की पहचान करके इनके पुनर्वास में मदद करने में सोसायटी अग्रणी भूमिका निभा रही है।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि रेडक्रॉस मेले में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिये रस्सा-कस्सी, मटका फोड़, रंगोली, मेंहदी जैसी विविध प्रतियोगिताएं रखीं गई हैं। मुकाबलों के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार भी दिये जाएंगे। रैफल-ड्रॉ व तम्बोला जैसी गतिविधियों से सोसायटी के लिये धन जुटाने के प्रयास किये गए हैं।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, सूत्रधार कला संगम, भारत भारती स्कूल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल ढालपुर, साई स्टार पब्लिक स्कूल, एलएमएस पब्लिक स्कूल, नर्सिंग संस्थान कुल्लू तथा ज्येष्ठा महिला मण्डल के कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुतियों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
हि.प्र. एग्रो इण्डस्ट्रीज के उपाध्यक्ष युवराज बोद्ध, नगर परिषद के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण मंहत, भुंतर नप की अध्यक्ष मीना ठाकुर, भाजपा महिला अध्यक्ष मनीषा सूद, वर्षा चौहान, नयना कम्बोज, अरविंद चंदेल, बिमला ठाकुर सहित नगर परिषद के पार्षद, पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधि, भाजपा के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मेले में उपस्थित