बंजार आंचल प्रशिक्षण प्रमुख धनेश्वरी शर्मा ने एकल अभियान की योजनाओं पर डाला प्रकाश।
गुशैनी क्षेत्र में संचालित करीब 25 एकल विद्यालयों को बांटी गई लेखन सामग्री।
न्यूज़ मिशन
बंजार
तीर्थन घाटी गुशैनी बंजार ,परस राम भारती
हिमाचल प्रदेश व देशभर में वर्षों पहले से ही ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में एकल विद्यालय फाउंडेशन द्वारा कई एकल विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। इन एकल विद्यालयों को चलाने के लिए कई स्वैच्छिक संगठन और संस्थाएं अपना सहयोग कर रहे हैं। जिला कुल्लू उपमंडल की बंजार की तीर्थन घाटी में भी वर्तमान समय में करीब 25 एकल विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इसी कड़ी में एकल विद्यालय अभियान के अंतर्गत गुशैनी में आचार्यों के लिए एक मासिक बैठक का आयोजन किया गया। स्कूल प्रबंधन समिति गुशैनी के अध्यक्ष रमेश चंद इस बैठक में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे।
बंजार आंचल प्राथमिक प्रशिक्षण प्रमुख धनेश्वरी शर्मा , गुशैनी संच प्रमुख ईश्वरदास और आचार्य टीकम राम इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इस बैठक में तीर्थन घाटी के अन्दर संचालित करीब 25 विद्यालयों के आचार्यों ने हिस्सा लिया जिसमें अधिकतर महिलाएं शामिल रही। इस मौके पर उपस्थित सभी एकल विद्यालयों के आचार्यों को लेखन सामग्री भी वितरित की गई। धनेश्वरी शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और बैठक में शामिल विभिन्न एकल विद्यालय से आए आचार्यों ने अपनी अपनी मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक के दौरान भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों अन्य गतिविधियों तथा तीर्थन घाटी के गांव में चल रहे विद्यालयों पर भी चर्चा हुई।
बंजार अंचल प्राथमिक प्रशिक्षण प्रमुख धनेश्वरी शर्मा ने कहा कि इस अभियान के तहत पांच प्रकार की शिक्षाओं का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। जिसमें प्राथमिक शिक्षा, आरोग्य शिक्षा, ग्राम विकास, ग्रामोत्थान, और संस्कार शिक्षा का मुख्य रूप ग्राम स्तर पर निर्वहन किया जाएगा। इन्होंने सभी आचार्यों को निर्देश देते हुए कहा कि इस अभियान को एक नेक कार्य समझकर निष्ठा पूर्वक करें।
अध्यक्ष रमेश चंद ने बताया कि भविष्य में एकल विद्यालय अभियान के तहत शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के लिए तीर्थन घाटी में खेलकूद प्रतियोगिता और वृक्षारोपण जैसी कई अन्य गतिविधियां करवाई जाएगी।