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देवता घटोतकच्छ के हरियान इंसाफ के लिए पहुंचे डीसी के द्वार
कारदार बेली राम की मनमानी से टूटी देव परंपरा
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने हरियानों को दिया उचित कार्रवाई का आश्वासन
न्यूज़ मिशन
कुल्लू
कुल्लू जिला के गरसा घाटी भलाण वन पंचायत के गांव जूली बरशोगी देवता घटोतकच्छ यह आर्यन इंसाफ के लिए डीसी कुल्लू आशुतोष कर के द्वार पहुंचे जहां पर हरियानों में देवता घटोतकच्छ के कारदार बेली राम पर देव प्रथा को तोड़ने का आरोप लगाया है। जिससे इस बार सदियों पुरानी गड़सा मेले में देवता को नहीं ले जाया गया। ऐसे में हरियानों ने बेली राम के खिलाफ डीसी कुल्लू से उचित कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान कोठी कार दार,पुजारी खेमचंद,नायब कारदार ,ऐले राम ,चुनी लाल,तुले राम ,डोले राम, तेज राम,सूरत, राम शेर सिंह, केशव राम, शशि भूषण, जय कृष्ण, पवन,रूम सिंह मौजूद ।
– गड़सा घाटी के स्थानीय निवासी पवन कुमार ने बताया कि गड़सा घाटी के गांव जुली बरशोगी
देवता घटोतकच्छ की कोठी गिरने के बाद के कारदार ऐले राम नायाब कारदार के नए घर मे रहता था। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों के देवता के गुर और कारदार ने देवता को एले राम के घर से निकाल कर गुर के घर ले गए। गड़सा में देवता महाऋषि धवासा के कारदार ने देवता घटोतकच्छ मेले में लाने के लिए संपर्क किया जिसके बाद नायाब कारदार ऐले राम ने कारदार बेली राम को फोन बात की तो मेले में देवता को ले जाने के लिए सहमति जताई। लेकिन जिस दिन देवता को मेले के लिए ले जाना था उस दिन गुर राम चंद की ब पत्नी ने देवता को ले जाने के लिए मना किया और उग्र होकर डंडे दिखाए मारपीट के लिए उतारू हो गई। जिसके बाद गड़सा मेले में देवता घटोतकच्छ नहीं गए। उन्होंने कहा कि कारदार बेलीराम और गुर राम चंद के द्वारा जिस प्रकार से देवता को लेकर मनमानी कर रहे हैं।उससे देव परंपरा की प्रथा को भी तोड़ा गया है ऐसे में हरियानों ने उपायुक्त कुल्लू से मिलकर इस पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।