भुंतर बैली ब्रिज का मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर जारी परस
पुल की रिपेयर से राहत लेकिन कब तक संकरे ब्रिज पर खर्चा करती रहेगी सरकार अतिशीघ्र बने डबल लेन पुल:सुधार समिति
न्यूज़ मिशन
भुंतर
भुंतर के डीडीआर 130 फुट लंबे बैली ब्रिज के मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर चला हैं।शुक्रवार सुबह हैं लोक निर्माण विभाग मैकेनिकल विंग के कर्मचारी पुल के कार्य में जुट गए हैं । अधिशाषी अभियंता गिरधारी लाल ठाकुर मैकेनिकल विंग शमशी स्वयं मौके पर डटे हैं ताकि पुल के मरम्मत कार्य को निर्धारित समय पर पूरा किया जा सके । गिरधारी लाल ठाकुर का कहना है कि जनता की सुविधा को देखते हुए हम आबाजाही के लिए पुल अतिशीघ्र तैयार करने की कोशिश में लगे हैं । वहीं उन्होने कहा अब पुल पर जो ट्रमजम यानी
गाडरे डाली जा रही है वह पहले से हैवी हैं और लोहे की प्लेटें भी नई लगाई जा रही हैं । इससे पुल काफी समय तक टिकाऊ रहेगा । पहले इसकी क्षमता 30 टन भार उठाने की थी अब 40 टन भार की क्षमता रहेगी। आपको बता दें काफी समय से भुंतर बेली ब्रिज की हालत खराब हो गई थी। जिसके चलते बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक भी लगाई गई । लेकिन अब मरम्मत के बाद सभी गाड़ियां पुल से दौड़ेगी। स्कूली बच्चों के अलावा जनता को भी परेशानी झेलना पढ़ रही थी । पुल पर बड़ी गाड़ियों की पाबंदी लगने के मणिकर्ण जाने वाली सभी बसें मणिकर्ण गड़सा चौक पर ही खड़ी हो कर सवारियां उठाती हैं । जिस कारण स्थानीय दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है अब मरम्मत के बाद कुछ राहत मिलेगी । वहीं भुंतर सुधार समिति का कहना हैं कि पुल का मरम्मत कार्य समय पर हो रहा हैं जो अच्छी बात हैं क्योंकि आगे को सीजन भी लगने वाला हैं । लेकिन इस स्थान पर डबल लेन पुल बनने की प्रपोजल हैं उसे सरकार को जल्दी सिरे चढ़ाना चाहिए । क्योंकि इस संकरे पुल से जब बड़ी गाड़ी गुजरती हैं तो पैदल चलने वाले लोगों के साथ दुर्घटना का खतरा बना रहता हैं । फोरलेन बनने के उपरांत भी इस पुल की उपयोगिता कभी समाप्त नहीं होगी क्योंकि जिला की सबसे बड़ी सब्जी मंडी यहां पर हैं। वहीं पुल के कारण भुंतर मार्किट के व्यापार को बहुत हानि होती हैं। सुधार समिति का कहना हैं कि बैली ब्रिज पर कब तक सरकार भारी खर्चा करती रहेगी इसके स्थान पर डबल लेन पुल अतिशीघ्र लगाया जाए । पुल मरम्मत के चलते 2 दिन यहां से आवाजाही बिल्कुल बंद हैं । वाहन चालक हाथीथान से बजौरा फोरलेन से निकल रहे हैं । वहीं पैदल जाने वाले लोग लकड़ी के पुराने पुल से आरपार हो रहे हैं ।