नग्गर, बंजार तथा कुल्लू विकास खंड की पंचायतों में आयोजित किए गए दिव्यांगजन शिविर
98 दिव्यांगजनों ने करवाया पंजीकरण, 41 दिव्यांगजनों को किया गया चिन्हित, 57 को पहले ही दिए जा चुके हैं दिव्यांगता प्रमाण पत्र
न्यूज मिशन
कुुल्लू 01 अप्रैल
। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एवं जिला रैडक्रॉस सोसायटी कुल्लू द्वारा संचालित जिला विकलांगता पुनर्वास केन्द्र कुल्लू द्वारा गत माह विकास खंड नग्गी, बंजार तथा कुल्लू की विभिन्न पंचायतों में दिव्यांगजन जागरूकता शिविरों का आयोजन किया गया।
नग्गर विकास खंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत पनगां तथा बड़ाग्रां, बंजार ब्लॉक की बठाहड़, मशियार व तुंग जबकिा कुल्लू विकासखंड की देवगढ़, गोही, भलांण-2, मानगढ़ व माशणां पंचायतों में दिव्यांगजनों के पुर्नवास हेतु शिविरों का आयोजन कर उनके कल्याणार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। इन शिविरों में कुल 98 दिव्यांगजनों ने अपना पंजीकरण करवाया जिसमें 57 दिव्यांगजनों के पहले ही विकलांगता का आंकलन होने के उपरांत विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिए हैं तथा 41 ऐसे व्यक्तियों को विकलांगता आंकलन हेतु चिन्हित किया गया है तथा उन्हें मैडिकल बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत होकर विकलांगता की जांच करवाने का सुझाव दिया गया। इसके अतिरिक्त सुनने की समस्या से ग्रसित 35 व्यक्तियों का मौके पर ऑडियोेमिटरी द्वारा आंकलन किया गया। उनमें से 13 व्यक्तियों की सुनने की क्षमता सही पाई गई तथा 22 लोगो ई.एन.टी. स्पेशिलिस्ट को रैफर किया गया जबकि 5 व्यक्तियों को सुनने की मशीन लगाने हेतु मामलों को तैयार किया गया।
शिविरों में 12 दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर, चलने हेतु छड़ियां , सुनने हेतु मशीनंे, लॉन्गकेन के लिए चिन्हित करके उनके मामले मौके पर तैयार किए गए। इसके अतिरिक्त 4 दिव्यांगजनों को विभिन प्रशिक्षण, 4 दिव्यांगजनों को स्वयं रोजगार स्थापित करने हेतु ऋण व 1 दिव्यांगजन को पेंशन हेतु मामले भी मौके पर तैयार किए गए। उपरोक्त शिविरों में केन्द्र / राज्य सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं / कार्यक्रमों के साथ-साथ स्वयं रोजगार स्थापित करने के लिए उपलब्ध विभिन्न प्रशिक्षण तथा ऋण कार्यक्रमों की जानकारी भी दी गई। इन शिविरों में दिव्यांगजनों के अलावा सम्बन्धित तहसील कल्याण अधिकारी, पंचायतों के प्रधानों , सदस्यों ने भी भाग लिया । सम्बन्धित पंचायतों के आंगनबाड़ी वर्करों व आशा वर्करों को अपंगता की शीघ्र पहचान हेतु व रोकथाम बारे भी विस्तार से जानकारी प्रदान कर जागरूक किया गया ।