स्कूली बच्चों ने सीखे सेना के हथियार चलाने
- 17वीं आईटीबीपी बटालियन ने स्कूली छात्रों भर्ती प्रक्रिया और हथियारों के बारे में दी जानकारी
स्कूली बच्चों ने सीखे सेना के हथियार चलाने
– 17वीं आईटीबीपी बटालियन ने स्कूली छात्रों भर्ती प्रक्रिया और हथियारों के बारे में दी जानकारी
– राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला काजा के बच्चों को दी गई जानकारी
17वीं आईटीबीपी काजा चैकी में आजादी के 75 वीं वर्षगांव के मौके पर मनाए जा रहे अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर विशेष जागरूकता कैंप का आयोजन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला काजा के बच्चों के लिए किया गया । आईटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट दीपक जोशी की अगुवाई में उक्त कैंप का आयोजन किया गया। इसमें सबसे पहले सेना के कुछ अहम हथियारों के बारे में जानकारी दी गई। बच्चों को हथियार पकड़ने, चलाने की प्रक्रिया, निशाना साधने की प्रक्रिया आदि के बारे में बताया गया। वहीं दूर संचार के उपकरण आईटीबीपी कौन कौन से किस तरह इस्तेमाल करती है। इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बच्चों ने जवानों से हथियारों और उपकरणों के बारे में कई सवाल भी पूछे। आईटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट दीपक जोशी ने छात्र छात्राओं को भर्ती प्रक्रिया के बारे में विस्तृत से बताया। वहीं सेना भी अच्छा करियर बनाया जा सकता है। इसके लिए आपको अभी से तैयारी करनी होगी। देश सेवा का जज्बा किसी भी देश को आगे ले जाता है। भर्ती, ग्राउंड, लिखित परीक्षा और मेडिकल के आधार होती है। डोल्मा छोंजम ने बताया कि आईटीबीपी कैंप में बुलाया गया था। हमें काफी कुछ जानने को मिला। मैं सभी जवानों को आभार व्यक्त करती हूं। नवांग लंडूप ने बताया कि फौज भर्ती प्रक्रिया को बारीकी से सिखाया गया। दोरजे ने बताया कि मैंने हथियार केबल फिल्मों में देखे थे। यहां बार सेना के हथियार देखे काफी अच्छा महसूस हुआ। इस मौके पर आईटीबीपी के जवान, ग्राम पंचायत काजा की प्रधान सोनम डोल्मा, ग्राम पंचायत रंगरीक देचेन आंग्मो सहित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के बच्चे मौजूद रहे।