यूकेंन में फंसी कुल्लू के शमशी की चैरी मान्या सकुशल पहुंची घर वापिस
यूक्रेन से कुल्लू तक का खर्चा भारत सरकार,हिमाचल सरकार ने किया वैहन
परिजनों ने ली राहत की सांस भारत सरकार व केंद्र सरकार का जताया आभार
कुल्लू
भारत सरकार के द्वारा ऑप्ररेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों ,एमबीबीएस छात्रों को स्वदेश वापिसी के लिए लगातार सराहनीय प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के भी सैंकड़ो छात्रों को सकुशल घर वापिस लाया जा रहा है। कुल्लू जिला के शमशी की एमबीबीएस छात्रा 20 वर्षीय चैरी मान्या के सकुशल घर पहुंचने पर परिजनों,रिश्तेदारों व पड़ोसियो ने फूलमालाओं से भव्य स्वागत किया। इस दौरान चैरी मान्या के परिजनों ने केंद्र व प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया।चैरी मान्या ने कहाकि यूक्रेन के शहर से पोलटावा से 27 फरवरी की आधी रात को रोमानियों के लिए 1800 किलोमीटर के लिए बस में 22 घंटे का सफर किया जहां पर हर आधे घंटे के बाद चैकिंग होती थी जिसके बाद बीच में कई जगह काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ा ।उन्होने कहाकि रूस के यूक्रेन के हमले के बाद अंदर इंडियन एंवैसी काम नहीं कर पा रही है। इसलिए एंवैसी ने हमे भी जहां पर है वहीं रूकने को कहा था लेकिन हमने अपने रिस्क पर यूक्रेन से सीनियर की मदद से 2 बसो में निकलकर रोमानियां पहुंचे।उन्होंने कहाकि इस दौरान हमें बंकर में रहना पड़ा और रोमानियां के वार्डर से इंडियन एंवैसी की मदद से एयरलिफ्ट किया गया ।उन्होंने कहाकि भारत सरकार की तरफ से हमें निकालने के लिए सराहनीय प्रयास किए गए और हिमाचल सरकार ने भी मुंबई से दिल्ली व कुल्लू पहुंचने के लिए मदद की है। जिसके लिए मैं केंद्र व राज्य सरकार का आभार प्रकट करती हूं।चैरी मान्या के पिता के नीरज सैणी ने कहाकि यूक्रेन में रूस के हमले के बाद मेरी बेटी वहां पर फंस गई । उन्होंने कहकि भारत सरकार व राज्य सरकार की मदद से आज मेरी बेटी सकुशल घर पहुंची और चैरी के रोमानियां वार्डर से लेकर कुल्लू पहुंचने तक सारा खर्च सरकार ने वैहन किया है।उन्होंने कहाकि भारत सरकार और राज्य सरकार ने यूक्रेन मे फंसे लोगों को निकालने के लिए सराहनीय प्रयास किया है इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का दिल से आभार प्रकट करता हूं।चैरी मान्या की माता अंजुबाला ने कहाकि यूक्रेन में जब से रूस के हमले से पोलटावा शहर में बेटी चैरी मान्या के फंसने से पूरे परिवार परेशान था और उसके बाद 1 सप्ताह तक परिवार को चैरी की चिंता सताती रही और जब चैरी रोमानियां पहुंची तो परिवार ने राहत की सांस ली ।उन्होंने कहाकि केंद्र व राज्य सरकार की मदद से चैरी अपने घर सकुशल पहुंची है। जिससे परिवार में खुशी का माहौल है।