जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जरड़ में आपदा प्रबंधन पर एक दिवसीय प्रष्शिक्षण कार्यष्शाला आयोजित
गृह सुरक्षा तथा अग्निशमन विभाग द्वारा प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा व वचाव को लेकर मॉक ड्रिल आयोजित
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान जरड़ में आपदा प्रबंधन पर एक दिवसीय प्रष्शिक्षण कार्यष्शाला आयोजित
गृह सुरक्षा तथा अग्निशमन विभाग द्वारा प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा व वचाव को लेकर मॉक ड्रिल आयोजित
कुल्लू 4 मार्च।
जिला आपदा प्रबंधन, नेहरू युवा केन्द्र, पुलिस, गृह सुरक्षा तथा अग्निशमन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) जरड़ के सभागार में जेबीटी प्रशिक्षुओं के लिए आपदा प्रबंधन पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) के उप प्रधानाचार्य डा. अमित मैहता विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
इस अवसर पर जिला आपदा प्रबंधन कुल्लू के समन्वयक प्रशांत सिंह ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के अंतर्गत विभिन्न प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के आने का कोई समय निर्धारित नहीं होता। केवल जागरूक तथा सजग बनकर ही हम आपदाओं से होने वाले नुक्सान को कम कर सकते हैं। उन्होंने प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं से आह््वान किया कि वे यहां से प्राप्त जानकारी को अपने तक ही सीमित न रखें बल्कि अपने परिवार, आस-पड़ौस तथा रिश्तेदारी में सांझा करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा, बचाव तथा उपायों की जानकारी प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा की जानकारी टोल फ्री नम्बर 1077 पर दी जा सकती है जो कि 24 घंटे कार्य करता है।
गृृह सुरक्षा विभाग की ओर से कंपनी कमाडर कमल किशोर भंडारी ने भुकंप तथा आगजनी की घटनाओं के दौरान सुरक्षा तथा बचाव उपायों को लेकर रेेड टैग, येलो, ग्रीन तथा ब्लैक टैग तकनीकों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि हम प्राकृृतिक आपदाओं को आने से नहीं रोक सकते लेकिन जागरूक बनकर नुक्सान को कम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी आगजनी की घटना को आरम्भिक स्तर पर ही रोकना चाहिए अन्यथा बढ़ने पर प्रलयकारी सावित होती है। अग्नि शमन सुरक्षा यंत्रों के संचालन की जानकारी होनी चाहिए। लैडसलाईड संभावित क्षेत्रों में भवनों का निर्माण करने से बचना चाहिए।
रसायन विज्ञान के प्रवक्ता डा. चमन प्रकाश तथा राजनीति शास्त्र के प्रवक्ता नरोत्तम ठाकुर ने भी कैरियर काउंसलिंग को लेकर संस्थान के प्रशिक्षु छात्रों को बहुमूल्य जानकारियां प्रदान कीं। नेहरू युवा केन्द्र की ओर से जिला युवा अधिकारी सोनिका चंद्रा ने कहा कि छात्रों को अपनी ऊर्जा को रचनात्मक कार्यों में लगाना चाहिए। युवा देश की शक्ति हैं तथा भारत को विकास की नई बुलंदियों तक ले जाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
नेहरू युवा केन्द्र द्वारा इस अवसर पर प्रशिक्षु छात्रों के लिए मेरा वोट मेरा भविष्य विषय पर आधारित सलोगन तथा पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सलोगन में जेबीटी प्रथम वर्ष की प्रशिक्षु छात्रा चांदनी, सुनैना राणा तथा स्नेहा ठाकुर ने क्रमशः पहला, दूसरा तथा तीसरा स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में दूसरे वर्ष के प्रशिक्षुओं में लताशा ठाकुर पहले, काशू ठाकुर दूसरे तथा जया कुमारी तीसरे स्थान पर रहीं। संस्थान के उप प्रधानाचार्य ने विजेताओं को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
इसके बाद विभिन्न प्रकार की आपदाओं से बचाव को लेकर पुलिस, होम गार्ड तथा अग्निशमन विभाग के जवानों द्वारा संस्थान के ग्राउंड में मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया गया। ग्राउंड में तेल से लगने वाली आग, गैस सिलैंडर, रेगुलेटर में लगी आग को बुझाने का प्रदर्शन किया गया। संस्थान के होस्टल में आग लगने पर वहां फंसे हुए लोगों को लैडर सलाईडिंग तथा विभिन्न तकनीकों के माध्यम से सुरक्षित बाहर निकालकर नजदीकी सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। ग्रांउड में छोटी तथा बडे स्तर की आग की घटनाओं को अग्निशमन यंत्रों के माध्यम से नियंत्रित करने के उपायों पर भी प्रदर्शन किया गया।
संस्थान के उप प्रधानाचार्य डा. अमित मैहता ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए सभी विभागों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से प्राकृृतिक आपदाओं से बचाव को लेकर दी गई जानकारी घर-घर तक प्रशिक्षु छात्रों के माध्यम से पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी समय-समय पर संस्थान में इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए।