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मृतक भगत राम के परिजनों ने राज्यपाल अर्लेकर से लगाई न्याय की गुहार

हत्या की आशंका अभी तक नहीं हुई हत्यारों की गिरफ्तारी

 

न्यूज़ मिशन

शिमला
हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग संयुक्त संघर्ष मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हीरामणि भारद्वाज एवम महामंत्री ताराचंद रनोट की अगुवाई में मृतक भगत राम ठियोग निवासी के परिजन महामहिम राज्यपाल, हिमाचल प्रदेश, माननीय मानवाधिकार आयोग, हिमाचल प्रदेश एवम माननीय राज्य आयोग अनुसूचित जाति, हिमाचल प्रदेश से मिले एवम उनसे गुहार लगाई कि हिमाचल प्रदेश सीआईडी पुलिस के अधीनस्थ गठित की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम ने कथित शव बरामद होने के बावजूद भी अभी तक हत्यारों को सलाखों के पीछे नहीं डाला है। पुलिस द्वारा जानबूझ कर दोषियों को खुले छोड़ा गया है, जिस कारण से परिजन दहशत के साए में जी रहे है।
काबिलेगोर है कि मृतक भगतराम ठियोग निवासी का शव दिनांक 28.02.2022 को ठियोग के इलाके में उनके घर के कुछ ही दूरी पर ढांक से पुलिस द्वारा बरामद किया गया । यह कि उक्त भगत राम पिछले लगभग तीन मास से लापता था। परिजनों द्वारा मृतक भगत राम की गुमशुदगी की रिपोर्ट और उसकी हत्या की शंका से थाना ठियोग में रपट दर्ज करवाई गई थी। परिजनों के अनुसार पुलिस थाना ठियोग में समय समय पर शंका जाहिर की गई थी, कि कुछ लोगों ने भगत राम को अगवा कर हत्या कर दी है, परंतु परिजनों के बार बार शक जाहिर करने के बाबजूद न ही पुलिस द्वारा हत्या का मामला दर्ज किया गया और ना ही पुलिस थाना ठियोग द्वारा नामजद आरोपियों को हिरासत में लिया गया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस द्वारा शुरू से ही मामला मै लीपापोती की जा रही थी। इस प्रकरण में परिजनों के अनुसार मामला पुलिस महकमा के आला अधिकारियों के ध्यान में बार बार लाया गया। तदोपरांत उक्त केस को ठियोग थाना से हटा कर सीआईडी पुलिस को अन्वेक्ष्ण हेतु सौंपा गया। यद्यपि सीआईडी की एस आई टी ने उक्त भगत राम के शव को तीन महीने बाद बरामद करने में सफलता हासिल की , परन्तु मामला को आईपीसी की जेरे धारा 302 एवम अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अनुसार न दर्ज कर उसे आईपीसी जेरे धारा 365 के तहत मुकदमा दायर किया गया। बरामद शव की हालात बहुत खराब हो चुकी थी। परिजनों के अनुसार बरामद शव के हाथ पांव कट्टे हुए पाए गए। यानी शव अस्थि पिंजर के रूप में बरामद किया गया। दिनांक 28.02.2022 को कथित शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पुलिस द्वारा आईजीएमसी अस्पताल शिमला लाया गया। जहां पर शव का पोस्टमॉर्टम एवम फोरेंसिक जांच हेतु विसरा भेजा गया। पुलिस से प्राप्त सूचना के अनुसार फोरेंसिक की रिपोर्ट अभी आनी शेष है। परिजनों ने पोस्टमार्ट के बाद शव का दाह संस्कार तब तक करने से मना किया कि जब तक आरोपियों को सलाखों के पीछे न जाए। परिजन इस बात को लेकर आईजीएमसी के ऑटोप्सी डिपार्टमेंट के बाहर शव को लेकर लगातार धरना देते रहे और मांग करते रहे की नामजद आरोपियों को पुलिस शीघ्र हिरासत में लिया जाए। परिजनों ने पुलिस पर आरोप जड़ा है कि पुलिस की कार्रवाई संदेहास्पद है। आरोपियों को जानबूझ कर बचाया जा रहा है। परिजनों के आग्रह पर संयुक्त मोर्चा ने महामहिम राज्यपाल, माननीय मानवाधिकार आयोग एवम अनुसूचित जाति आयोग को लिखित पेटिशन शिकायत पेश की और मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष ने मामला की पैरवी करते हुए मृतक भगत राम के हत्यारों को सलाखों के पीछे डालने एवम उन पर कड़ी कार्रवाई की पुरजोर मांग की, जिसपर महामहिम राज्यपाल हिमाचल प्रदेश ने मामला का संज्ञान लेते हुए पुलिस के डीजीपी महोदय को त्वरित कार्रवाई के निर्देश जारी किए और परिजनों को आश्वासन दिया कि दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल मै लाई जाएगी। इसी तरह माननीय मानवाधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष ने परिजनों द्वारा दायर की गई पेटिशन को स्वीकार करते हुए अभियुक्तों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया और पीड़ित परिजनों को आश्वासन दिया गया कि दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार उचित कार्रवाई अमल मै लाई जाएगी। परिजनों को बतौर मुआवजा की उचित राशि स्वीकृत की जाएगी । माननीय राज्य अनूसूचित जाति आयोग ने भी मामला में त्वरित कार्रवाई करते हुए डीजीपी महोदय से मामला की विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है और दोषी पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया गया।
मोर्चा ने कहा कि उनके द्वारा भगत राम मृतक एवम उनके परिजनों को न्याय दिलवाने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। परिजनों ने महामहिम राज्यपाल के आश्वासन के बाद मृतक भगत राम के पार्थिव शरीर को अपने क्षेत्र ठियोग को अंतिम संस्कार के लिए रवाना हो गए। परिजनों ने कुछ तथाकथित सेल्फस्टाइल नेताओं पर शव पर राजनीति करने का आरोप जड़ा ओर कहा कि 4 दिन रात से भूखे प्यासे धरने पर बैठने के बावजूद भी दोषियों को पुलिस द्वारा अभी तक हिरासत में नहीं लिया गया जो कि गंभीर चिंता का विषय है और सरकार की कानून एवम व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है । फिर भी परिजनों ने मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष एवम महामंत्री के प्रयासों की भुरी भुरी प्रसंशा की है, तदोपरांत परिजन शव को अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। मोर्चा ने कहा कि लड़ाई अब शुरू हुई है और उसे अंजाम तक पहुंचाने के हर संभव प्रयास जारी रहेंगे।
यह जानकारी मोर्चा के प्रदेश प्रेस सचिव हीरा लाल चंदेल ने लिखित प्रेस विज्ञप्ति में दी है।
हीरालाल चंदेल, प्रेस सचिव

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