सुंदरनगर,धनोटू की तरह भुतर,कुल्लू,मनाली को टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग से बाहर करें सरकार– सुंदर सिंह ठाकुर
कहा- एनजीटी की गायडलाईन को लेकर सरकार रिव्यू पिटिशन दायरें करें
एनजीटी की 25 मीटर की गायडलाईन के हिसाब व्यास नदी के किनारे नहीं हो सकती कोई विकासात्मक गतिविधियां स्थापित
कुल्लू
प्रदेश सरकार ने नेशनल हाईव के साथ लगती पंचायतो को टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग में डाला है जिससे कई पंचायतों में विकास कार्यो को लेकर कई प्रकार की अड़चने आ रहे है ऐसे में प्रदेश सरकार ने मंडी जिला के सुंदर नगर धनोटू को टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग से बाहर किया है ऐसे में कुल्लू सदर विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने सरकार से मांग की है कि भुंतर,कुल्लू व मनाली की पंचायतों को टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग से बाहर किया जाए।
विधायक सदर कुल्लू सुंदर सिंह ठाकुर ने ग्रामीण क्षेत्रों को टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग लाना गंभीर बिषय है।उन्होंने कहाकि प्रदेश सरकार ने हालही में मंडी के सुंदर नगर धनोटू के क्षेत्र को टाऊन कंट्री प्लानिंग से बाहर किया है।उन्होंने कहाकि एक देश एक प्रदेश एक कानून होना चाहिए। उन्होने कहाकि जिस तरह प्रदेश सरकार ने मंडी के सुंदरनगर और धनोटू को टाऊन एंड कंट्री प्लानिंग से बाहर किया है उसी कानून के तहत कुल्लू मनाली के ग्रामीण क्षेत्रों को टाऊन एंट्री प्लानिंग से बाहर किया जाना चाहिए।उन्होंने कहाकि भबिष्य की प्लानिंग करना जरूरी है।जिसके लिए नेशनल हाईवे के साथ लगती पंचायतों को विकास कार्यो के लिए स्कीमों के लिए छूट मिलनी चाहिए।उन्होने कहाकि माननीय एनजीटी ने व्यास नदी को लेकर गायडलाईन जारी की है जिसमें 25 मीटर का दायरे में किसी भी तरह की कंट्रेक्शन नहीं की जा सकती है। ऐसे में कुल्लू मनाली में व्यास नदी के किनारे कई शहर वसे हुए है ऐसे में प्रदेश सरकार को माननीय एनजीटी में रिव्यू पिटिशन दायर करें जिसमें व्यास नदी के 25 मीटर के दायरे में निर्माण के लिए छूट ली जाए और उसमें व्यास नदी के चैनलाईजेशन के बाद कुछ एरिये को छोड़कर बाकी बचे हुए एरिये को डबैल्प करने के लिए अनुमति ली जाए। जिससे व्यास नदी के तटीकरण के बाद बहुत सारे क्षेत्र में कई प्रकार की विकासात्मक गतिविधियों को संचालन किया जा सकता है।