ईशा ने बिना कोचिंग के नर्सिंग ऑफिसर उपलब्धि की हासिल
गोरखपुर एम्स में नर्सिंग ऑफिसर के रूप में जनता को देगी सेवाए
न्यूज़ मिशन
मंडी
हिमाचल प्रदेश के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला से बीएससी नर्सिंग की डिग्री करने वाली मंडी के डवाहण कोटली (तुंगल) की ईशा कुमारी बिना कोचिंग नर्सिंग ऑफिसर बनी हैं। ईशा के पिता पूर्ण सिंह बीएसएनएल सीटीओ कार्यालय में तकनीशियन के पद पर तैनात हैं। पूर्ण सिंह ने बताया कि ईशा जिस समय बीएससी नर्सिंग फाइनल की परीक्षाओं की तैयारी कर रही थीं, उस समय आईजीएमसी शिमला में ब्रेन हैमरेज से निशा की मां भिंद्रा देवी का देहांत हो गया। ईशा ने मेहनत जारी रखी और अच्छे अंकों के साथ डिग्री पूरी की।
ईशा का बतौर नर्सिंग ऑफिसर एम्स गोरखपुर के लिए चयन हुआ है। ईशा ने आठवीं तक की पढ़ाई मिडल स्कूल डवाहण से की है। 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई शिमला के लोअर बाजार स्थित आर्य समाज स्कूल से की है। ईशा के पिता पूर्ण सिंह ने बताया कि ईशा के चयन पर उनके गृह क्षेत्र डवाहण कोटली (तुंगल) के लोगों में खुशी की लहर है। बीएसएनएल शिमला के अधिकारियों ने भी बेटी की उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी है।