व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर दिया प्रतिशोध प्रवर्तन:सुरेंद्र शौरी
कहा-प्रदेश सरकार ने अगामी वित्त वर्ष के बजट में भी परोसी निराशा
न्यूज़ मिशन
कुल्लू
शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने विधानसभा में अपना पहला बजट प्रस्तुत किया। वर्तमान सरकार का पहला व चुनावी गारंटियों की राह का बजट होने का कारण यह बजट वास्तव में है बहुप्रतीक्षित और आकांक्षित था। शुक्रवार को विधानसभा में बजट पेश होने के बाद बंजार विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र शौरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु द्वारा पेश किया गया यह बार्षिक बजट बेहद निराशाजनक रहा है। प्रदेश में पिछली सरकार के समय से चल रही योजनाओं को बंद कर दिया गया है व इस बजट में किसी भी योजना का कोई भी ज़िक्र नहीं किया गया है। हिमकेयर, मुख्यमंत्री युवा स्वावलंबन सहारा योजना, योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना जैसी बहुआयामी योजनाओं का कोई ज़िक्र इस बजट में नहीं किया गया है। कुछ पुरानी योजनाओं के नाम बदल कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है। 300 यूनिट फ़्री बिजली, दूध के रेट में इजाफ़ा, गोबर की ख़रीद व कृषि एवं बाग़वानी उत्पादों की ख़रीद के के लिए किसी तरह की कोई योजना नहीं बनाई गई है। प्रदेश में केवल 10% महिला आबादी को ही 1500 रू मासिक देने की बात कही है।प्रदेश की एक बड़ी महिला आबादी ख़ुद को ठगा महसूस कर रही है। कांग्रेस सरकार उत्साहविहीन समान्य बजट देकर प्रदेश की आशबद्ध जनता को निराश किया है। विधायक शौरी ने कहा कि हरित ऊर्जा के संवर्धन का प्रयास स्वागत योग्य है। परंतु इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा बजट में नई सामाजिक सरोकार रखने वाली जन कल्याणकारी योजनाएँ चलाने से गुरेज़ किया है। व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर सुखू सरकार ने पूर्ववत कांग्रेस प्रचलन बजट दिया है।