नव चेतना स्पेशल स्कूल में आयुष विभाग के डॉक्टर ने 36 दिव्यांग बच्चों का जांचा स्वास्थ्य
दिव्यांग बच्चों के लिए निशुल्क दवाई और ब्रेन बूस्टर और ब्रेन टॉनिक भी उपलब्ध करवाई
आयुष विभाग के द्वारा नवचेतना स्पेशल स्कूल में लगाया स्वास्थ्य शिविर
साइकोलॉजिस्ट डॉ अनीता ठाकुर ने दिव्यांग बच्चों की मानसिक की जांच
न्यूज मिशन
कुल्लू
कुल्लू जिला मुख्यालय नवचेतना स्पेशल स्कूल सरवरी में आयुष विभाग के द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया इस मौके पर आयुष विभाग के डॉक्टरों ने 36 दिव्यांग बच्चों व अभिभावकों के स्वास्थ्य की जांच की । इस दौरान आयुष विभाग के द्वारा सभी दिव्यांग बच्चों की विभिन्न बीमारी के लिए निशुल्क दवाई उपलब्ध की और दिमागी तौर पर अक्षम बच्चों को अक्षमता दूर करने के लिए टॉनिक भी उपलब्ध करवाया। वही रिहैबलिटेशन सेंटर डीडीआरसी कुल्लू की साइकोलॉजिस्ट डॉ अनीता ठाकुर ने दिव्यांग बच्चों की मानसिकता की जाँच की।इस मौके पर आयुष के डॉक्टर किशोर नेगी, डॉक्टर विकास ठाकुर ,एपीओ रमेश,मिड वाइफ कमला भी मौजूद है।
नव चेतना संस्था कुल्लू के सचिव शेरु राम शरेली निकाह की नवचेतना स्पेशल सरवरी बाजार कुल्लू में आयुष विभाग के सौजन्य से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों के फ्री मेडिकल चेकअप हुआ है जिसमें 33 बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई तुमने कहा कि इसके साथ-साथ साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर अनीता ने भी बच्चों के साथ इंस्ट्रक्शन किया है उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के लिए समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाता है ताकि बच्चों का स्वास्थ्य स्वस्थ रहे।
आयुष विभाग के डॉक्टर किशोर नेगी ने कहा कि नव चेतना संस्था में एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर में 33 दिव्यांग बच्चों स्वास्थ्य की जांच की है जिसमें विभिन्न बीमारियों से संबंधित बच्चों को निशुल्क दवाइयां भी दी है जिसमे दिव्यांग बच्चों के ब्रेन टॉनिक और ब्रेन बूस्टर मानसिक क्षमता को दूर करने के लिए काफी मदद करेगी संस्था में विभिन्न प्रकार की धरती के माध्यम से दिव्यांग बच्चों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए सराहनीय प्रयास किया जा रहा है दिव्यांग बच्चों को दवाई के साथ-साथ अभिभावकों के प्यार की जरूरत रहती है कि सभी अभिभावक बच्चों की देखभाल अच्छे से करें।
साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर अनीता ठाकुर ने कहा कि नवचेतना संस्था में बच्चों के साथ इंस्ट्रक्शन किया है। उन्होंने कहा कि नवचेतना संस्था के द्वारा दिव्यांग बच्चों पर बहुत अच्छा काम किया है जिससे बच्चे कई बातों को सीख रहे हैं। रेखा की अभिभावकों को भी दिव्यांग बच्चों की देखरेख को लेकर विभिन्न जानकारियां साझा की है ताकि भविष्य में दिव्यांग बच्चों की देखभाल कैसे हो और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने है।